मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने ईडी को चेताया, कहा- समन को वापस करे एजेंसी नहीं, तो करेंगे कानूनी कार्रवाई
रांचीः मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन समन के बाद ईडी (ED) के कार्यालय नहीं पहुंचे। उन्होंने ईडी के समन को गलत बताते हुए उसे वापस लेने को कहा है।
ईडी के रांची स्थित एडिशनल डायरेक्टर को पत्र लिखकर उन्होंने समन को गलत बताते हुए कहा कि ईडी इसे वापस ले। ऐसा नहीं होने पर वे कानूनी कार्रवाई को बाध्य होंगे।
ईडी की कार्रवाई को राजनीतिक व्यक्ति के निर्देश पर किए जाने का आरोप लगाते हुए हेमंत सोरेन ने पत्र में लिखा है कि समन की कार्रवाई से उन्हें आश्चर्य नहीं हुआ है।
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यह कार्रवाई केंद्रीय एजेंसियां इसलिए कर रही है कि वे उस दल से जुड़े नहीं हैं, जो दल केंद्र की सत्ता में है। ईडी ने रांची के बहुचर्चित जमीन घोटाला मामले में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को पूछताछ के लिए समन किया था।
इस मामले में रांची के पूर्व उपायुक्त छवि रंजन, कोलकाता के व्यवसायी अमित अग्रवाल, न्यूक्लियस मॉल के संचालक विष्णु अग्रवाल, बड़गांईं अंचल के राजस्व उप निरीक्षक भानु प्रताप प्रसाद सहित कुल 14 आरोपी गिरफ्तार हो चुके हैं।
सीएम हेमंत सोरेन ने ईडी को लिखा पत्र और कहा…
सीएम हेमंत सोरेन कहा है कि मुझे समन प्राप्त हुआ है जिसमें 14 अगस्त को आपके कार्यालय में उपस्थित होकर मेरी संपत्ति के स्रोतों के संबंध में एक बयान दर्ज करने के लिए कहा गया है।
14 अगस्त की तारीख का चयन मेरे लिए कोई आश्चर्य की बात नहीं है। आप और आपके राजनीतिक आका इस बात से पूरी तरह परिचित हैं कि झारखंड राज्य के मुख्यमंत्री होने के नाते मुझे 15 अगस्त को 77वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर राष्ट्रीय ध्वज फहराना है।
समारोह एक सप्ताह पहले से शुरू हो जाता है और 14 अगस्त इसके लिए एक महत्वपूर्ण दिन है, जब कई बैठकें पूर्व निर्धारित होती हैं। 14 अगस्त को आपके सामने पेश होने के लिए मुझे जानबूझकर समन किया गया है।
यह न केवल मेरा बल्कि झारखंड राज्य और यहां के लोगों की प्रतिष्ठा को धूमिल करने और लोकतांत्रिक रूप से निर्वाचित सरकार को अस्थिर करने की योजना का हिस्सा है।
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वास्तव में केंद्रीय एजेंसियां पिछले एक साल से अधिक समय से मुझे केवल इसलिए निशाना बना रही हैं क्योंकि मैं उस राजनीतिक दल के साथ जुड़ा नहीं हूं जो केंद्र में सत्ता में है।
ईडी ने सबसे पहले मुझे (हेमंत सोरेन) झारखंड में स्टोन चिप्स के कथित अवैध खनन से जोड़ने की कोशिश करते हुए 17 नवंबर 2022 को तलब किया था।
आवश्यकता के अनुरूप सभी चल और अचल संपत्ति का विवरण विधिवत प्रदान किया है। 30 नवंबर 2022 के पत्र द्वारा अपने बैंक खातों और पैन नंबर का विवरण भी प्रस्तुत किया है।
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अगर यह ईडी कार्यालय में खो गया है तो दोबारा मांगे जाने पर उसकी एक प्रति प्रदान करने में खुशी होगी। मुझे प्रेषित समन दुर्भावना से प्रेरित है और झारखंड राज्य की लोकतांत्रिक रूप से निर्वाचित सरकार को अस्थिर करने की राजनीतिक साजिश का हिस्सा है।
यह आश्चर्य की बात नहीं है कि उपरोक्त समन में कुछ भी शामिल नहीं है। मेरे स्वामित्व वाली सभी अचल संपत्तियां वैध हैं और समय-समय पर आयकर विभाग को दिए गए रिटर्न में घोषित धन से अर्जित की गई हैं।
इन रिटर्न को उचित प्राधिकार द्वारा स्वीकार कर लिया गया है और प्रवर्तन निदेशालय अब इसे गलत तरीके से फिर से खोलने की कोशिश कर रहा है।
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आवश्यकता के अनुसार वैसा कोई भी जानकारी और दस्तावेज लिया जा सकता है, जो ईडी के पास नहीं है। मैं उपरोक्त समन को तुरंत वापस लेने का अनुरोध करता हूं, अन्यथा कानूनी कार्रवाई करने को बाध्य होंगे।