अमन सिंह हत्याः HC ने कहा- जेल में हत्या बड़ी साजिश का संकेत, क्या सरकार मामले की SIT कराएगी जांच

Murder in Dhanbad Jail: झारखंड हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस संजय कुमार मिश्रा और जस्टिस आनंद सेन की खंडपीठ में धनबाद जेल में बंद शूटर अमन सिंह की गोली मारकर हत्या के मामले की सुनवाई हुई।

सुनवाई के दौरान अदालत ने मौखिक रूप से कहा कि जेल में अमन सिंह की हत्या को राजनीतिक और आर्थिक सामराज्य खड़ा करने का भी दृष्टिकोण से जांच की होनी चाहिए। जेल में आर्म्स पहुंचना एक बड़ी साजिश की ओर से इशारा कर रहा है।

ऐसे में पूरे मामले के खुलासे के लिए राज्य सरकार को एसआईटी का गठन करना चाहिए। अदालत ने महाधिवक्ता राजीव रंजन को एसआईटी के गठन पर सरकार का पक्ष लेकर अदालत को सूचित करने का निर्देश दिया है।

अमन सिंह हत्याकांड पर कारा महानिरीक्षक ने दिया जवाब

इससे पहले सुनवाई के दौरान जेल आईजी उमा शंकर सिंह वर्चुअल मोड पर उपस्थित हुए। अदालत ने आईजी जेल से पूछा कि इस मामले की जांच में अब तक क्या मिला। आर्म्स जेल के अंदर पहुंच गया इतनी बड़ी वारदात कैसे हुई।

जेल आईजी ने मौखिक रूप से अदालत को बताया कि इसकी विस्तृत जांच के लिए राज्य सरकार की ओर से तीन सदस्य कमेटी का गठन किया गया है। कमेटी जांच कर रही है। जेल की सुरक्षा में हुई चूक की रिपोर्ट देगी।

इसके लिए धनबाद डीसी, एसपी और आईजी जेल के तीन सदस्य कमेटी का गठन किया गया है। उन्होंने बताया कि वहां के कर्मियों के सहयोग से आर्म्स जेल में पहुंचा है। कुछ लोगों को चिह्नित किया गया है।

अमन सिंह की हत्यारे को लिया रिमांड पर

अमन सिंह
अमन सिंह

अमन सिंह की हत्या के मुख्य आरोपी सुंदर महतो को रिमांड पर लेकर पूछताछ की जा रही है। जेल में बंद कुछ कैदियों को इस मामले में संलिप्त होने की संभावना को देखते हुए उन्हें भी रिमांड पर लेने की प्रक्रिया चल रही है।

सुनवाई के दौरान सरकार की ओर से बताया गया कि अब तक हुई जांच में जेल से दो पिस्टल, छह मोबाइल फोन बरामद किया गयाहै। मामले में चार प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। मुख्य आरोपी को रिमांड पर ले लिया गया है।

घटना को लेकर धनबाद जेलर समेत सात कक्षपालों को निलंबित कर दिया गया है। दोषियों पर कठोर कार्रवाई की जाएगी। अभी इस मामले की जांच की जा रही है। एक-दो दिन में जांच पूरी होने की संभावना है। इसके बाद रिपोर्ट पेश की जाएगी।

कैदियों को दूरी जेल में भेजा जाएगा

कारा महानिरीक्षक उमाशंकर सिंह ने कहा कि राज्य सरकार एक ऐसी नीति बनाने जा रही है, जिसके तहत बड़े अपराधियों को हर तीन-चार माह में राज्य की दूसरी जेलों में भेजा जाएगा। ऐसा हमेशा किया जाएगा, ताकि इस तरह की घटना नहीं हो।

इस पर अदालत ने कहा कि मामले में बड़े षडयंत्र और राजनीतिक एंगल को देखते हुए राज्य सरकार अपने स्तर पर एसआईटी बनाने पर विचार कर रही है या नहीं। इसपर महाधिवक्ता ने गृह सचिव से बातचीत कर जवाब देने की बात कही।

मामले में अगली सुनवाई 12 दिसंबर को निर्धारित की गई है। बता दें कि रविवार को अमन सिंह धनबाद जेल में पूर्व डिप्टी मेयर व कांग्रेस नेता नीरज सिंह की हत्या मामले में बंद था। जहां उसे सात गोली मारी गई है। इस घटना को लेकर हाई कोर्ट ने जेल आईजी को तलब किया था।

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