Land Scam: 13 दिन की पूछताछ के बाद जेल भेजे गए पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन

जमीन घोटाले में गिरफ्तार पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को पीएमएलए कोर्ट में पेश करने के बाद न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है। उन्हें होटवार स्थित बिरसा मुंडा केंद्रीय कारा के अपर डिविजन सेल में रखा गया है।

इससे पूर्व ईडी ने हेमंत सोरेन से 13 दिनों तक रिमांड पर पूछताछ की है। इस दौरान उनसे बरियातू की 8.5 एकड़ जमीन हड़पने की कोशिश से लेकर उनकी अन्य अचल संपत्तियों पर भी सवाल किए गए।

करीबी आर्किटेक्ट विनोद सिंह के साथ वाट्सएप पर हुई बातचीत के संबंध में भी उनसे पूछताछ हुई है। ईडी ने कोर्ट को बताया है कि अधिकतर मामलों में रिमांड के दौरान हेमंत ने सहयोग नहीं किया।

ईडी ने दावा किया है कि हेमंत सोरेन विनोद सिंह के साथ मिलकर बरियातू की विवादित जमीन पर बैंक्वेट हाल बनाने वाले थे। ईडी ने पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को 31 जनवरी को गिरफ्तार किया था।

31 जनवरी को गिरफ्तार हुए थे हेमंत सोरेन

इसके बाद कोर्ट से पहली बार उनसे पांच दिनों तक रिमांड पर पूछताछ की अनुमति मिली थी। ईडी ने कोर्ट से फिर पांच दिनों की रिमांड यह कहकर बढ़वाई कि विधानसभा में उन्हें उपस्थित करने संबंधित प्रक्रिया में वक्त निकल गया, जिससे पूछताछ नहीं हो सकी है।

कोर्ट से ईडी को और पांच दिनों तक पूछताछ की अनुमति मिली। दस दिनों की पूछताछ पूरी होने के बाद ईडी ने कोर्ट को फिर आवेदन दिया कि हेमंत पूछताछ में सहयोग नहीं कर रहे हैं, उनके विरुद्ध विनोद सिंह से मिले वाट्सएप चैट में बहुत से मामले सामने आए हैं, जिसका सत्यापन जरूरी है।

इसके बाद कोर्ट ने और तीन दिनों तक पूछताछ की अनुमति दी। इस प्रकार 13 दिनों की पूछताछ पूरी होने के बाद उन्हें कोर्ट में पेश किया गया, जहां से वे न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिए गए।

आर्किटेक्ट विनोद सिंह ईडी को नहीं दे पाए 25 लाख का हिसाब

ईडी ने हेमंत के करीबी आर्किटेक्ट विनोद सिंह से गुरुवार को लंबी पूछताछ की। इस दौरान ईडी ने उनसे उनके ठिकाने से बरामद 25 लाख रुपये के बारे में भी जानकारी लेने की कोशिश की, लेकिन वे उन रुपयों के स्रोत की ठोस जानकारी नहीं दे पाए।

ईडी उनके जवाब से संतुष्ट नहीं है। विनोद सिंह से ईडी की यह तीसरे दिन की पूछताछ थी। पूछताछ के दौरान ईडी ने उनके अन्य वाट्सएप चैट का भी सत्यापन कराया, जो उनके व पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के बीच हुआ था।

विनोद सिंह ने ईडी के सामने स्वीकार लिया है कि उपरोक्त वाट्सएप चैट उनके व हेमंत सोरेन के बीच के ही हैं। इसके बाद ईडी ने वाट्सएप चैट के प्रिंटआउट पर विनोद सिंह का हस्ताक्षर भी करवाया है। उक्त कागजात हेमंत सोरेन पर चार्जशीट के समय कोर्ट में प्रस्तुत किए जाएंगे।

अब भी रिमांड पर है भानु प्रसाद

बड़गाईं अंचल का तत्कालीन राजस्व उप निरीक्षक भानु प्रताप प्रसाद अब भी ईडी की रिमांड पर हैं। ईडी भानु से हेमंत सोरेन की अन्य अचल संपत्तियों के बारे में भी जानकारी ले रही है।

भानु से उनके ठिकाने से बरामद भारी मात्रा में सरकारी मूल दस्तावेजों की भी जानकारी ली गई है। ईडी को भानु ने बता दिया है कि वे किसकी सहायता से जमीन के दस्तावेज में हेरफेर करते थे। भानु ने बड़गाईं की 8.5 एकड़ जमीन की मापी व सत्यापन के बारे में भी ईडी को बताया था।

उन्होंने बताया था कि बड़गाईं के तत्कालीन अंचलाधिकारी मनोज कुमार के निर्देश पर ही वे उक्त जमीन का सत्यापन करने व अमीन से मापी कराने गए थे। अब बहुत जल्द ही ईडी बड़गाईं के तत्कालीन अंचलाधिकारी मनोज कुमार का भी बयान लेगी।

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