Alamgir Alam: टेंडर का कार्य आवंटन के बाद कमीशन के रूप में प्राप्त राशि की मनी लांड्रिंग करने के आरोपी पूर्व ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम सहित तीन की मुश्किलें बढ़ने वाली हैं। ईडी तीन से चार दिन के अंदर मामले में जांच पूरी करते हुए अभियोजन शिकायत (चार्जशीट) दाखिल करेगी। ईडी ने 35.23 करोड़ रुपए नकद बरामदगी मामले में पूर्व मंत्री को 15 मई को गिरफ्तार किया था। वहीं, 32.30 करोड़ रुपए नकद बरामदगी मामले में आलमगीर आलम के तत्कालीन आप्त सचिव संजीव लाल एवं उनका नौकर जहांगीर आलम को छह मई को देर रात ईडी ने गिरफ्तार किया था।
मंत्री के आप्त सचिव संजीव लाल और नौकर गिरफ्तार
गिरफ्तारी के बाद संजीव लाल, जहांगीर आलम एवं आलमगीर आलम को 14 दिन पुलिस रिमांड पर लेकर ईडी ने पूछताछ की थी। इसके बाद तीनों को बिरसा मुंडा केंद्रीय कारा होटवार भेज दिया गया। तब से तीनों जेल में ही हैं। गिरफ्तारी के 60 दिनों के अंदर मामले में चार्जशीट दाखिल करना अनिवार्य है। इसको देखते हुए संजीव लाल एवं जहांगीर आलम की गिरफ्तारी का 60 वां दिन चार जुलाई हो रहा है अर्थात ईडी को चार जुलाई तक चार्जशीट दाखिल करनी होगी।
ईडी ने जेल में भी संजीव लाल से की पूछताछ
जांच के दौरान बरामद रकम के संबंध में पुख्ता जानकारी के बाद ईडी ने संजीव लाल से जेल में ही पिछले सप्ताह पूछताछ पूरी की है। ईडी ने संजीव लाल से जेल में पूछताछ के लिए पीएमएलए कोर्ट में आवेदन देकर अनुमति मांगी थी। कोर्ट की अनुमति मिलने के बाद ईडी टीम बिरसा मुंडा केंद्रीय कारा होटवार पहुंची और वहां लंबी पूछताछ की। यहां बता दें कि ईडी ने गिरफ्तारी के बाद संजीव लाल से 14 दिनों तक अपने साथ रखकर पूछताछ पूरी की थी।
पहली गिरफ्तारी वीरेंद्र राम की हुई
टेंडर कमीशन से प्राप्त राशि की मनी लाउंड्रिंग करने के आरोप में ईडी ने पहली गिरफ्तारी 22 फरवरी 2023 को ग्रामीण विकास विभाग के तत्कालीन चीफ इंजीनियर वीरेंद्र राम के रूप में की थी। इसके बाद इस मामले में अब तक वीरेंद्र राम के चचेरे भाई आलोक रंजन, हवाला कारोबारी नीरज मित्तल, ताराचंद गुप्ता, राम प्रकाश भाटिया समेत नौ की गिरफ्तारी ईडी ने की है। गिरफ्तार सभी आरोपी वर्तमान में जेल में हैं।