Lalu Yadav News: लालू के मामले में झारखंड हाईकोर्ट की टिप्पणी, सरकार कानूनी से चलती है, व्यक्ति विशेष से नहीं

रांचीः चारा घोटाला मामले में सजा काट रहे लालू प्रसाद यादव को रिम्स के निदेशक बंगले में शिफ्ट करने के मामले में मौखिक टिप्पणी करते हुए कहा कि रिम्स प्रबंधन को लालू को बंगले में शिफ्त करने की इतनी जल्दी क्यों थी।

अगर कोरोना संक्रमण का खतरा था तो रिम्स प्रबंधन इसकी जानकारी जेल अथॉरिटी को देता। इसके बाद जेल अथॉरिटी लालू प्रसाद को शिफ्ट करने के लिए रिम्स या अन्य जगह का चयन करता।

लेकिन रिम्स प्रबंधन ने लालू प्रसाद को बंगले में शिफ्ट करने की हड़बड़ी दिखाई। कोर्ट ने मौखिक रूप से कहा कि सरकार नियम और कायदे से चलती है न कि किसी व्यक्ति विशेष के लिए।

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इस दौरान जेल आईजी और रांची एसएसपी की ओर से रिपोर्ट अदालत में दाखिल की गई। सरकार की ओर से बताया गया कि जेल मैनुअल और एसओपी का पालन किया जा रहा है।

इस पर अदालत ने पूछा कि बंगले में शिफ्ट कैसे किया गया, तो सरकार की ओर कहा गया कि उस दौरान कोरोना संक्रमण तेजी से फैल रहा था। इसलिए लालू को बंगले में शिफ्ट कर दिया गया।

ऐसा रिम्स प्रबंधन के निर्णय पर किया गया। इसके बाद कोर्ट ने कहा कि रिम्स को इतनी जल्दी क्यों थी। इस दौरान कहा गया कि जेल मैनुअल में इसको लेकर कोई स्पष्ट जानकारी नहीं है।

इसके लिए जेल मैनुअल में बदलाव किया जा रहा है। तब तक एक एसओपी बनाई जा रही है। इसके तहत जेल से बाहर इलाज कराने वाले कैदियों की पूरी गाइडलाइन होगी।

इसके बाद अदालत ने इस मामले में 22 जनवरी को सुनवाई की तिथि निर्धारित करते हुए जेल आईजी और रिम्स प्रबंधन में रिपोर्ट मांगी है।

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