Ranchi: रांची में जमीन घोटाला से जुड़े केस में ईडी ने शुक्रवार को सत्ता के करीबी प्रेम प्रकाश (पीपी) को गिरफ्तार किया है। फिलहाल ईडी ने उसे साहिबगंज में 1000 करोड़ के अवैध पत्थर खनन में पिछले साल 25 अगस्त को गिरफ्तार किया था।
ईडी ने जमीन फर्जीवाड़े केस में भी प्रेम प्रकाश को रिमांड पर लिया है। प्रोडक्शन वारंट जारी होने के बाद शुक्रवार को उसे ईडी के विशेष न्यायाधीश दिनेश राय की कोर्ट में पेश किया गया।
ईडी की ओर से सात दिनों की रिमांड की मांग की गई है। सुनवाई के बाद अदालत ने पांच दिन कि ईडी रिमांड पर पूछताछ की अनुमति प्रदान की है। ईडी अब उससे पूछताछ करेगी।
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इसी मामले में ईडी ने समन कर 14 अगस्त को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को पूछताछ के लिए बुलाया है।
ईडी ने जमीन घोटाला केस में गत तीन व चार अगस्त को जेल में ही पीपी का बयान लिया था।
ईडी को शक है कि फर्जी कागजातों के माध्यम से करोड़ों की जमीन की अवैध तरीके से खरीद-बिक्री में प्रेम प्रकाश भी शामिल था।
रांची के चेशायर होम रोड की एक एकड़ जमीन की फर्जी तरीके से खरीद-बिक्री मामले में ईडी ने जब छानबीन की तो पता चला कि गलत कागजात के आधार पर प्रेम प्रकाश ने उक्त जमीन को अपने करीबी पुनीत भार्गव के नाम पर कराया था।
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इसके बाद पुनीत भार्गव से उस जमीन को विष्णु अग्रवाल व उसकी पत्नी अनुश्री अग्रवाल के नाम पर बेचवाया। इसके एवज में उसे डेढ़ करोड़ रुपये मिले थे।
अवैध खनन में गिरफ्तार हुआ था प्रेम प्रकाश
सत्ता के करीबी प्रेम प्रकाश पिछले साल 25 अगस्त को ईडी ने गिरफ्तार किया था। वह साहिबगंज में पत्थर ढुलाई करने वाली कंपनी सीटीएस इंडस्ट्रीज लिमिटेड का निदेशक संजय चौधरी प्रेम प्रकाश का करीबी था।
संजय चौधरी की कंपनी ने बिना परिवहन व खनन चालान के करीब 100 करोड़ के अवैध पत्थर का परिवहन करवाया था। अवैध खनन में पीपी व पंकज मिश्रा ने मिलकर अवैध कमाई की थी। प्रेम प्रकाश ने अवैध खनन के रुपयों को अपनी कंपनियों में जमा किया।
उसने 26 अगस्त 2020 से आठ जनवरी 2021 के बीच अपने पंजाब नेशनल बैंक के खाते से कोलकाता के व्यवसायी अमित अग्रवाल मेसर्स अरोड़ा स्टूडियो प्राइवेट लिमिटेड के खाते में भी रुपये स्थानांतरित किया। अ
मित अग्रवाल भी जमीन घोटाले में जेल में बंद है। ईडी को प्रेम प्रकाश के ठिकानों से छापेमारी में दो एके-47 व विदेशी कछुआ भी मिला था।
दोनों एके-47 मुख्यमंत्री आवास की सुरक्षा में तैनात रांची पुलिस के दो जवानों के थे, जिन्हें प्रेम प्रकाश ने अवैध तरीके से अपने अंगरक्षक के रूप में रखा था।
ईडी ने अवैध खनन में दाखिल चार्जशीट में यह उल्लेख किया था कि झारखंड मुक्ति मोर्चा से निष्कासित पूर्व कोषाध्यक्ष रवि केजरीवाल ने अपने बयान में प्रेम प्रकाश को मुख्यमंत्री का करीबी बताया था।
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रवि केजरीवाल ने बताया था कि एक दिन वह मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के साथ उनके कार्यालय में बैठा था। वहां हेमंत सोरेन ने पंकज मिश्रा को सीधे तौर पर निर्देशित किया था कि संताल के क्षेत्रों में पत्थर व बालू खनन से आने वाले रुपयों को वह प्रेम प्रकाश को दे।
इसके बाद यह तय हुआ कि उक्त राशि लेने के बाद प्रेम प्रकाश उसे व्यवसायी अमित अग्रवाल को देगा। पंकज मिश्रा मुख्यमंत्री के बरहेट विधानसभा क्षेत्र के विधायक प्रतिनिधि हैं। जिन्हें ईडी ने अवैध खनन में गिरफ्तार किया था।
अवैध खनन में प्रेम प्रकाश, पंकज मिश्रा जबकि जमीन घोटाले में अमित अग्रवाल की पूर्व में हो चुकी है गिरफ्तारी। ईडी की चार्जशीट के अनुसार प्रेम प्रकाश ने मुख्यमंत्री व अमित अग्रवाल के करीबी होने का लाभ उठाया था।
जमीन घोटाले में ये हुए गिरफ्तार
- 14 अप्रैल : प्रदीप बागची, अफसर अली उर्फ अफ्सू खान, सद्दाम हुसैन, इम्तियाज अहमद, तल्हा खान, फैयाज खान व भानु प्रताप प्रसाद।
- चार मई : रांची के पूर्व उपायुक्त निलंबित आइएएस छवि रंजन।
- सात जून : दिलीप कुमार घोष व अमित कुमार अग्रवाल।
- तीन जुलाई : भरत प्रसाद व राजेश राय।
- 31 जुलाई : विष्णु अग्रवाल।
- 11 अगस्त 2023 : प्रेम प्रकाश।