एक दिन मेरी सीट पर बैठकर देखिए, जान बचाकर भागते फिरेंगे; वकील पर क्यों झल्ला उठे CJI चंद्रचूड़?
सुप्रीम कोर्ट में शिवसेना और एनसीपी विधायकों की अयोग्यता से जुड़े मामले की सुनवाई थी। देश के मुख्य न्यायाधीश (CJI) जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ की अध्यक्षता वाली तीन जजों की पीठ इसकी सुनवाई कर रही थी। सुनवाई के दौरान अजित पवार गुट ने मामले में अपना जवाब दाखिल करने के लिए और वक्त मांग की। हालांकि, चीफ जस्टिस ने उनकी मांग मान ली और दो हफ्ते के लिए सुनवाई टाल दी लेकिन इस दौरान उद्धव गुट की तरफ से मामले की पैरवी कर रहे वकील ने कुछ ऐसा कहा कि CJI ने हैरान करने वाला जवाब दिया।
दरअसल, हुआ यह कि सीजेआई चंद्रचूड़ के साथ जस्टिस जेबी पारदीवाला और जस्टिस मनोज मिश्रा की पीठ महाराष्ट्र के इस राजनीतिक विवादों से संबंधित दो अलग-अलग याचिकाओं पर सुनवाई के लिए अगली तिथि देने पर चर्चा कर रहे थे, तभी उद्धव ठाकरे गुट की पैरवी कर रहे वकील ने CJI से कहा कि अगले हफ्ते तारीख दे दीजिए। इतना कहकर वकील अगले हफ्ते की तारीख के लिए अड़ गया। सीजेआई कुछ कहते, इससे पहले वकील ने फिर कहा, इसे अगले हफ्ते सूचीबद्ध किया जा सकता है।
वकील की बिन मांगी सलाह और अड़ियल रुख पर CJI चंद्रचूड़ झल्ला गए। उन्होंने कहा, “कृपया अदालत को आदेश मत दीजिए। क्या आप जानते हैं कोर्ट पर कितना दबाव है? एक दिन आप यहां आकर बैठिए, जहां मैं बैठा हूं। आपको आश्वस्त कर सकता हूं कि तब आप अपनी जान बचाने के लिए भागेंगे!”
बता दें कि उद्धव ठाकरे गुट ने महाराष्ट्र विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर के उस आदेश को चुनौती दी है, जिसमें मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाले शिवसेना को असली राजनीतिक दल घोषित किया था। जून 2022 में उद्धव ठाकरे की पार्टी शिवसेना में फूट पड़ गई थी और एकनाथ शिंदे ने कुछ विधायकों को लेकर भाजपा के साथ मिलकर राज्य में नई सरकार बना ली थी।
शिंदे ने तब अपने गुट को ही असली शिवसेना होने का दावा किया था। महाराष्ट्र विधानसभा के स्पीकर ने भी उसे ही असली शिवसेना का दर्जा दिया था, जिसके खिलाफ उद्धव गुट सुप्रीम कोर्ट पहुंची है। इसी तरह एनसीपी का भी मामला है। अजित पवार गुट ने शरद पवार के खिलाफ विद्रोह कर पार्टी को असली एनसीपी बताया था। उसे भी स्पीकर ने असली एनसीपी का दर्जा दिया था।