डाक घोटालाः कोर्ट के निर्देशों की अवहेलना पर गिरफ्तार हुए पीके मिश्रा

Jamshedpur: तीन करोड़ रुपये के डाक घोटाले के आरोपी उप डाकपाल पीके मिश्रा को कोर्ट के निर्देश पर गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। पीके मिश्रा को कई बार कोर्ट ने हाजिर होने के लिए समन जारी किया, लेकिन वे इसकी अनदेखी करते रहे, जिसके चलते कोर्ट के निर्देश पर पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।

सितंबर 2015 में सोनारी थाना में सुपर्णा पाल की भाभी चंदना पाल ने केस दर्ज कराया कि उसकी ननद सुपर्णा ग्राहकों का डाकघरों में खाता खोलने के लिए उनके एजेंट कोड का इस्तेमाल करती थी। केस दर्ज होते ही सुपर्णा को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।

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इस मामले में पीके मिश्रा सहित अन्य का भी नाम सामने आया था। इस मामले में उप डाकपाल और सहायक डाकपालों की गिरफ्तारी हुई। पीके मिश्रा को कई बार कोर्ट की ओर से समन किया गया, लेकिन वह कोर्ट में हाजिर नहीं हुआ। आखिर में कोर्ट के निर्देश पर उसे गिरफ्तार कर लिया गया।

आठ सितंबर 2015 को घोटाला उजागर किया था। इसके बाद डाक विभाग हरकत में आया। इस मामले में डाक सहायक आरके यादव, सहायक पोस्ट मास्टर मदन लाल, बिष्टूपुर के गुरुद्वारा मेन रोड से डाक सहायक केपी सिंह, सोनारी डाकघर के सहायक संजय प्रसाद को गिरफ्तार किया था। सुपर्णा पाल को छोड़कर सभी आरोपी जमानत पर हैं। तीन करोड़ के घोटाले की पुष्टि हुई थी, जिसमें 150 डाक खाताधारक घोटाले की चपेट में आए हैं।

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