पीएमएलए के विशेष न्यायाधीश पीके शर्मा की अदालत में गुरुवार को टेंडर कमीशन की बहुत बड़ी राशि का मनी लाउंड्रिंग करने के मामले की सुनवाई हुई। सुनवाई के दौरान मामले के छह आरोपियों को नये सिरे से पुलिस कागजात सौंपा गया। इसमें ग्रामीण विकास विभाग के निलंबित चीफ इंजीनियर वीरेंद्र राम, उनके पिता गेंदा राम, उनकी पत्नी राज कुमारी देवी, पूर्व मंत्री के आप्त सचिव संजीव कुमार लाल, उसका नौकर जहांगीर आलम एवं दिल्ली निवासी वीरेंद्र राम के सहयोगी सीए मुकेश मित्तल का नाम शामिल है।
सुनवाई के दौरान सभी कोर्ट में मौजूद थे। सभी की ओर से आरोपियों के वकील ने पुलिस पेपर प्राप्त किया। पुलिस पेपर पेन ड्राइव में दिया गया है। जेल में बंद पूर्व मंत्री आलमगीर आलम समेत नौ की पेशी जेल से वीसी से हुई। अदालत ने सभी न्यायिक हिरासत अवधि सात अगस्त तक बढ़ा दी है। साथ ही पुलिस पेपर पर सुनवाई की तारीख भी सात अगस्त निर्धारित की गई है। बता दें कि ईडी ने 37 करोड़ रुपए बरामदगी मामले में आलमगीर आमल को 15 मई को गिरफ्तार किया था। वहीं मामले के आरोपी वीरेंद्र राम को ईडी ने 22 फरवरी 2023 को गिरफ्तार किया था। तब से सभी जेल में है।