Ranchi: झारखंड हाईकोर्ट के आदेश के तत्काल बाद ही धनबाद जज उत्तम आनंद की हत्या के मामले में डीजीपी नीरज सिन्हा ने पुलिस मुख्यालय स्तर पर जांच के लिए (विशेष जांच दल) एसआईटी का गठन किया है। एडीजी अभियान संजय आनंद लाटकर के नेतृत्व में गठित एसआईटी इस पूरे मामले से संबंधित प्रत्येक बिंदुओं की छानबीन करेगी। एसआईटी में बोकारो के डीआईजी मयूर पटेल कन्हैयालाल और धनबाद के एसएसपी संजीव कुमार भी शामिल किए गए हैं।
झारखंड पुलिस के प्रवक्ता आईजी अभियान अमोल वीनुकांत होमकर ने बताया कि 28 जुलाई की सुबह पांच बजे जज की हत्या की बात सामने आई है। इस पूरे घटनाक्रम हत्या की प्राथमिकी दर्ज की गई है। इस घटना के तत्काल बाद धनबाद के एसएससी ने इस कांड की जांच के लिए सिटी एसपी धनबाद के नेतृत्व में एसआईटी का गठन किया है।
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एसएसपी धनबाद और और डीआईजी बोकारो के मॉनिटरिंग में इस घटना का अनुसंधान प्रारंभ कर दिया गया है,साथ ही साथ सीआईडी और फॉरेंसिक की टीम को भी एसआइटी के अनुसंधान में सहायता के लिए लगाया गया है। सभी बिंदुओं की गहराई से जांच की जा रही है। जांच में जो तकनीकी साक्ष्य उपलब्ध हुए उसके आलोक में अभी तक दो व्यक्तियों को गिरफ्तार गया है और घटना में प्रयुक्त ऑटो जब्त किया गया है।
ऑटो चालक लखन कुमार वर्मा सुनार पट्टी धनबाद का रहने वाला है। दूसरा आरोपित राहुल वर्मा भी सुनार पट्टी धनबाद जोरापोखर का रहने वाला है। इनसे पूछताछ की जा रही है। लखन कुमार वर्मा ने स्वीकार किया है कि घटना के वक्त ऑटो वही चला रहा था। उसकी गिरफ्तारी गिरिडीह से हुई है। दूसरे आरोपित राहुल वर्मा की गिरफ्तारी धनबाद स्टेशन से हुई है।
एसआईटी और विशेषज्ञों की टीम पूरे घटनाक्रम की जांच में लगाई गई है। अनुसंधान के क्रम में यह बात सामने आई है कि 27/ 28 जुलाई की रात पाथरडीह थाना क्षेत्र से ऑटो चोरी हुई थी। इसके मालिक ने वहां प्राथमिकी दर्ज करायी है।