झालसा की ओर राज्य में लगाए गए राष्ट्रीय लोक अदालत में एक साल में करीब 51 लाख मामलों को निपटाने में सफलता मिली है। झालसा की ओर से राज्य में चार बार राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन किया गया था। लोक अदालत के जरिए कोर्ट में लंबित और प्रीलिटिगेशन के मामलों को निपटाया जाता है।
झालसा के कार्यकारी अध्यक्ष जस्टिस एसएन प्रसाद का प्रयास है कि लोगों को कोर्ट कचहरी के चक्कर नहीं लगाना पड़े। अंतिम राष्ट्रीय लोक अदालत के उद्घाटन के दौरान उन्होंने कहा था कि लोग अपना पैसा अपने परिवार को आगे बढ़ानेऔर बच्चों की पढ़ाई लिखाई पर खर्च करें।
अगर कोई मुकदमा होता है तो वे लोक अदालत का सहारा लेकर इसका जल्दी से निपटारा करा लें। लोक अदालत में एक बार मामला निपट जाता है तो इसकी अपील भी नहीं होती है। अगर कोर्ट में कोई मामला निपटता है तो उच्च कोर्ट में अपील करने की छूट होती है।
आपराधिक मामले मामले निपटाने में झालसा अव्वल
झालसा की ओर से राज्य में डिफेंस काउंसिल बनाया है। सभी जिला अदालतों में इनकी नियुक्ति की गई है। जहां पर झालसा और डालसा की ओर से भेजे गए केस मुफ्त में लड़े जाते हैं। डिफेंस काउंसिल ने इस साल सबसे ज्यादा मामलों को निष्पादन कराने में सफलता पाई है। यह आकड़ा पूरे देश में अव्वल है। झालसा इस बार राज्य के सभी थानों में पीएलवी (पारा लीगल वालेंटियर) की नियुक्ति की है ताकि थाना में ही उन्हें कानूनी सहायता प्रदान की जा सके।
लोक अदालत में निपटे मामले
- पहला राष्ट्रीय लोक अदालत में कुल 9,61,313 मामले निष्पादित
- दूसरे राष्ट्रीय लोक अदालत में 10,16,164 मामले निष्पादित
- तीसरे राष्ट्रीय लोक अदालत में 15,23,651 मामले निष्पादित
- अंतिम राष्ट्रीय लोक अदालत में कुल 16,70,149 मामले निष्पादित
कुल – 5171277 मामले निष्पादित हुए