Bail Bangladeshi Girls: जेल में बंद बांग्लादेश से देह व्यापार के लिए रांची लाई तीन युवतियों को सिविल कोर्ट रांची की अदालत ने जमानत की सुविधा प्रदान की है। न्यायिक दंडाधिकारी प्रशांत कुमार वर्मा की अदालत ने मंगलवार को तीनों की ओर से दाखिल जमानत याचिका पर सुनवाई हुई। सुनवाई पश्चात तीनों की याचिका अदालत ने स्वीकार किया। याचिकाकर्ता के अधिवक्ता सुधीर श्रीवास्तव एवं बीरेंद्र प्रताप ने अदालत में पक्ष रखते हुए कहा कि बरियातू थाना में एक बांग्लादेशी युवती आती है अपना दुख बताती है। लेकिन पुलिस उल्टे पीड़िता को ही केस बनाकर जेल भेज देती है। युवतियों को अवैध रूप से भारत में प्रवेश करने का केस करते हुए जेल भेज दिया। जबकि पुलिस को जिस्मफरोशी के लिए लानेवाले सरागना को दबोचना चाहिए था।
अधिवक्ता ने सुनवाई के दौरान कहा कि युवती ने पुलिस को बताई कि उसको झांसा देकर बांग्लादेश से रांची देह व्यापार के लिए लाया गया है। उसी युवती के निशानदेही पर दो और बांग्लादेशी युवती को बाली रिसोर्ट बरियातू से गिरफ्तारी की गई। सुनवाई के दौरान अधिवक्ता ने कहा कि जिस युवती ने थाने जाकर न्याय की गुहार लगाई बरियातू पुलिस ने उसी युवती के बयान के आधार केस करने के बजाय उल्टे पीड़िता (वादी) और अन्य दो को गिरफ्तार कर पांच जून को जेल भेज दिया।
सुनवाई के दौरान अदालत के समक्ष कहा गया कि बांग्लादेश से भारत लानेवाले व्यक्तियों का एक गिरोह नहीं बल्कि कई गिरोह है। पुलिस उस गिरोह को नहीं बल्कि उसको जेल भेजी जो इस कांड में पीड़िता है। पुलिस ने पीड़िता को ही आरोपी बना दिया। बहस सुनने के पश्चात अदालत ने तीनों युवतियों को जमानत की सुविधा प्रदान की। उम्मीद है पुलिस इस नरक में ढकेलनेवाले गिरोहों को पकड़ने की कोशिश करेगी।