Ranchi: चारा घोटाले के सबसे बड़े मामले में पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद की सरकार के तत्कालीन वित्त सचिव फूल चंद सिंह की ओर से दूसरे दिन भी बहस जारी रही। सीबीआई के विशेष न्यायाधीश एसके शशि की अदालत में उनके पैरवीकार अधिवक्ता ने अभियोजन साक्ष्य में सामने आई बजट बनाने की प्रक्रिया पर बहस की।
हालांकि इस दौरान बहस पूरी नहीं हो सकी और अगली सुनवाई को भी जारी रहेगी। मामले में अगली सुनवाई के लिए 21 अगस्त की तिथि निर्धारित की गई है। इस दिन अपराह्न ढाई बजे से फिजिकल कोर्ट में बहस होगी। बता दें कि डोरंडा कोषागार से 139.35 करोड़ रुपये की अवैध निकासी से जुड़े मामले में लालू प्रसाद समेत 112 आरोपी मुकदमा का सामना कर रहे हैं।
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झारखंड हाईकोर्ट में एक हैवियस कार्पस (बंदी प्रत्यक्षीकरण) याचिका दाखिल की गई है। अनगड़ा के रहने वाले चेता बेदिया की ओर से दाखिल याचिका में कहा गया है कि पुलिस उनके परिजनों को उठाकर ले गई है। जबकि उनके परिजनों के खिलाफ कोई मामला भी दर्ज नहीं हुआ है।
अगर उनके स्वजनों के खिलाफ कोई मामला भी दर्ज किया गया है, तो पुलिस को उन्हें कोर्ट में पेश करना चाहिए, जबकि करीब तीन दिनों बाद भी ऐसा नहीं किया गया है। याचिका में पुलिस को प्रतिवादी बनाते हुए कहा गया कि क्या दो और चार साल के बच्चे भी किसी मामले में शामिल हो सकते हैं।
पुलिस बच्चों को भी उठाकर ले गई है। यह किसी प्रकार से जायज नहीं है। चेता बेदिया ने कहा कि वह गिरिडीह में रहकर काम करता है। उसे सूचना मिली की पुलिस उनके परिजनों को उठा कर अपने साथ ले गए है। उसने अपनी याचिका में सभी को कोर्ट के समक्ष पेश करने का निर्देश देने की मांग की है।