रांची। विधायक सरयू राय की आनेवाले दिनों में मैनहर्ट कंपनी ने तापमान बढ़ा दिया है। उनको सिविल कोर्ट रांची का चक्कर लगाने पड़ सकते हैं। कंपनी को विवादित करने का आरोप लगाया है। जिसके कंपनी को काफी आर्थिक क्षति उठानी पड़ रही है। कंपनी ने सरयू राय के खिलाफ 100 करोड़ रुपए का मानहानि का दावा करते हुए सिविल कोर्ट रांची में मुकदमा दर्ज कराया है। दाखिल आवेदन में कहा गया है कि सरयू राय के कारण मेसर्स मैनहर्ट सिंगापुर प्राइवेट लिमिटेड कंपनी को विवादित बनाते हुए बार-बार मुद्दा उठाते रहे हैं। इससे कंपनी की छवि खराब हो रही है।
विवादित होने के बाद कंपनी को आर्थित क्षति हो रही है। ऐसे में अदालत कंपनी को 100 करोड़ रुपये क्षतिपूर्ति के रूप में दिलाए। कंपनी ने यह भी कहा है कि तत्कालीन सरकार ने सरयू राय के मुताबिक निर्णय नहीं लिया तो मामले को विवादित करते रहे। उन्होंने इस मुद्दे पर किताब लिखकर भी कंपनी की मानहानि की है। इसलिए उनपर केस चलाया जाए। कंपनी ने दावा किया है कि रांची में वर्ष 2005-06 में सीवरेज-ड्रेनेज के कंसल्टेंसी के संबंध में प्रारंभ से लेकर अंत कर सारे निर्णय कैबिनेट या सक्षम स्तर से लिए गए हैं। शुरू में यह कार्य ओआरजी कंपनी को दिया गया था।
दो बार तत्कालीन महाधिवक्ता ने मंतव्य लिया गया और सारे निर्णय कैबिनेट से लिया गया। इसको लेकर विधानसभा की इंप्लीमेंटेशन कमेटी के चेयरमैन के तौर पर सरयू राय मामले में जांचकर्ता बने। कमेटी की रिपोर्ट और हाई कोर्ट के निर्णय के बाद सरकार के उच्चस्तर पर निर्णय लेते हुए मैनहर्ट को काम करने और भुगतान करने का आदेश दिया गया। 50 से अधिक पेज में सरयू राय पर आरोप लगाया गया है। किस तरह कंपनी नुकसान उठा रही है।