सरकारी जमीन पर कब्जा कर बना है न्यूक्लियस मॉल का कुछ हिस्सा, हाई कोर्ट ने ईडी से मांगी जानकारी

Ranchi: रांची के न्यूक्लियस मॉल के निर्माण में सरकारी जमीन का कब्जा करने के मामले को लेकर हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस संजय कुमार मिश्रा व जस्टिस आनंद सेन की अदालत में सुनवाई हुई।

सुनवाई के बाद हाईकोर्ट ने न्यूक्लियस मॉल के संचालक विष्णु अग्रवाल के खिलाफ ईडी में चल रहे मामले की वर्तमान स्थिति की जानकारी मांगी है। इस मामले की अगली सुनवाई 11 सितंबर को होगी।

सुनवाई के दौरान ईडी ओर से अदालत को बताया गया कि विष्णु अग्रवाल को जमीन में फर्जीवाड़ा करने के मामले में गिरफ्तार किया गया है।

न्यूक्लियस मॉल के संचालक विष्णु अग्रवाल गिरफ्तार

ईडी ने विष्णु अग्रवाल को रिमांड पर लेकर पूछताछ कर रही है। विष्णु अग्रवाल की पत्नी की ओर से अदालत से वकालतनामा दाखिल करने के लिए समय देने का आग्रह किया गया।

इस संबंध में पंकज कुमार यादव ने जनहित याचिका दाखिल की है। याचिका में कहा गया है कि न्यूक्लियस मॉल के कुछ हिस्से का निर्माण सरकारी जमीन पर भी किया गया है।

मॉल के निर्माण में रांची निगम की ओर से मंजूर किए गए नक्शे का विचलन भी किया गया है। इसकी शिकायत निगम से भी की गई है, लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है।

न्यूक्लियस मॉल का संचालक विष्णु अग्रवाल ईडी की रिमांड पर

चेशायर होम रोड के एक एकड़ जमीन फर्जीवाड़े में गिरफ्तार कारोबारी विष्णु अग्रवाल को ईडी कोर्ट के चार दिन और पूछताछ के लिए ईडी को रिमांड पर लेने की अनुमति प्रदान कर दी है।

ईडी रिमांड पर लेकर जमीन फर्जीवाड़े मामले में पूछताछ करेगी। इसके लिए ईडी ने फिर से आवेदन दिया था। अदालत की अनुमति के बाद ईडी विष्णु अग्रवाल को लेकर पूछताछ करेगी।

उक्त मामले में इससे पूर्व जमीन का फर्जी मालिक गंगाधर राय के पोते राजेश राय और अटॉर्नी होल्डर भरत प्रसाद की गिरफ्तार हो चुकी है। दोनों आरोपियों से ईडी ने पूछताछ कर चुकी है।

ईडी ने बड़गाई अंचल कार्यालय और कोलकाता स्थित रजिस्ट्री कार्यालय में सर्वे करने के बाद जमीन(खाता-37, प्लॉट 28, रकबा एक एकड़, ,वर्ष 1933) संबंधित दस्तावेज जब्त किया गया था।

इसकी जांच गुजरात स्थित फॉरेंसिक लैब भेजा गया था। जांच में जमीन के मूल दस्तावेज में छेड़छाड़ करने, पहले की लिखावट को मिटा कर उसकी जगह दूसरे तथ्यों को जोड़ने की पुष्टी की गई।

बता दें कि जमीन की खरीद-बिक्री मामले में यह तीसरी गिरफ्तारी है। जबकि जालसाजी के मामले में यह 13वीं गिरफ्तारी है। जमीन फर्जीवाड़े में ही रांची के पूर्व डीसी छवि रंजन भी जेल में है।

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