Acquittal 4 Boys: नाबालिग से सामूहिक दुष्कर्म के आरोप में जेल में बंद चार युवकों को साक्ष्य के अभाव में गुरुवार को पोक्सो मामले के विशेष न्यायाधीश आसिफ इकबाल की अदालत ने बरी कर दिया है। चारों युवक बीते तीन जनवरी से न्यायिक हिरासत में था। अदालत ने प्रकाश उरांव, मनीष उरांव, संदीप उरांव एवं बिजल उरांव को बरी किया। चारों युवक बेड़ो थाना क्षेत्र निवासी है। बचाव पक्ष के वकील प्रितांशु कुमार सिंह ने बताया कि अभियोजन पक्ष ने पीड़िता उसके माता-पिता व दो जांच अधिकारी समेत पांच गवाहों को पेश किया था।
लेकिन पीड़िता गवाही के दौरान घटना से इनकार किया। कहा ऐसी कोई घटना नहीं हुई थी। इनलोगों ने मेरे साथ कोई गलत काम नहीं किया है। घटना को लेकर 1 जनवरी 2024 को बेड़ो थाना में प्राथमिकी दर्ज की गई थी। घटना 27 दिसंबर 2023 को घटी थी। जिसमें कहा गया था कि पीड़िता गांव में ही एक शादी समारोह में गई थी। जहां रात्रि में नाच गान चल रहा था। पीड़िता के परिचित मनीष उरांव ने अपने तीन दोस्तों के संग जोर जबरदस्ती स्कूटी में बैठकर गुमला भरनो ले गए। जहां एक घर में सभी ने उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया और वीडियो भी बनाया। लेकिन अदालत में साबित नहीं हो सका।
बता दें कि इस घटना प्रकाश में आने के बाद रांची पुलिस टीम तत्काल जांच में जूट गई थी। वरीय अधिकारी के दिशा निर्देश में प्राथमिकी के तुरंत बाद आरोपियों युवकों को धर दबोचा गया। जांच पूरी करते हुए जांच अधिकारी ने घटना को सही बताते हुए चार्जशीट दाखिल की थी। लेकिन अदालत में जब पीड़िता ने ही घटना से इनकार किया तो पुलिसिया जांच सब बेकार चला गया।