Ranchi: सुप्रीम कोर्ट में शुक्रवार को बारहवीं बोर्ड परीक्षा को रद करने की मांग करने वाली याचिका पर सुनवाई टल गई। अब 31 मई को इस मामले में सुनवाई होगी और बारहवीं बोर्ड परीक्षा रद होगी या नहीं इस पर फैसला आएगा। सुप्रीम कोर्ट ने याचिकाकर्ता से कहा है कि एक जून को सरकार द्वारा कक्षा बारहवीं बोर्ड परीक्षाओं पर अंतिम निर्णय लिया जाएगा। संभव है कि सरकार का फैसला आपके पक्ष में हो। आप आशावादी बने रहिए।
सुनवाई के दौरान जस्टिस एएम खानविलकर और जस्टिस दिनेश माहेश्वरी की पीठ ने याचिकाकर्ता ममता शर्मा से पूछा कि क्या उन्होंने सीबीएसई और आईसीएसई के वकीलों को सुनवाई से पहले याचिका की प्रति दी थी?। ममता शर्मा ने जवाब में कहा कि वह आज वकीलों को एडवांस कॉपी भेजेंगी। पीठ इस पर जवाब देते हुए कहा कि याचिकाकर्ता को सीबीएसई और आईसीएसई के वकीलों को सुनवाई से पहले प्रति भेजनी होती है। इसलिए सुनवाई को स्थगित किया जा रहा है। अब सुनवाई साेमवार को हाेगी।
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अधिवक्ता ममता शर्मा ने सुप्रीम कोर्ट में बारहवीं बोर्ड परीक्षा को रद करने की मांग वाली याचिका दायर की थी। जिसमें उन्होंने कहा था कि अगर मौजूदा हालातों को देखते हुए परीक्षाओं को स्थगित कर दिया जाएगा तो नतीजे आने में देरी हो सकती है। जिसका असर आगे की पढ़ाई पर पड़ेगा। वहीं कोरोना महामारी में लाखों बच्चों की परीक्षा सुरक्षित तरीके से करा पाना संभव नहीं है। इसलिए परीक्षाओं को रद कर देना चाहिए। इसके साथ ही केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) और भारतीय माध्यमिक शिक्षा प्रमाण पत्र (आईसीएसई) द्वारा तय समय सीमा के भीतर ऑब्जेक्टिव मेथड के आधार पर कक्षा बारहवीं के परिणाम घोषित कर देना चाहिए।