रांचीः अगर आपको झारखंड हाईकोर्ट में मुकदमा लड़ना है, तो हाईकोर्ट लीगल सर्विस कमेटी इसके लिए मुफ्त में अधिवक्ता उपलब्ध कराती है। हजारीबाग के विकास विश्वकर्मा ने न सिर्फ इसके जरिए हाईकोर्ट में अपील दाखिल की है, बल्कि उसे हाईकोर्ट से जमानत भी मिल गई है।
दुष्कर्म मामले में सजा काट रहे विकास के पास अपील दाखिल करने के लिए भी पैसे नहीं थे। इसके बाद उसे हाईकोर्ट लीगल सर्विस कमेटी की ओर से दिए जा रहे लाभ के बारे में पता चला तो उसने इसके लिए आवेदन दिया। इसके बाद उसकी अपील दाखिल की गई।
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हाईकोर्ट लीगल सर्विस कमेटी ने आवेदन के बाद विकास विश्वकर्मा को मुफ्त में अधिवक्ता उपलब्ध कराया गया। इसके लिए अधिवक्ता अभिजीत सिंह ने हाईकोर्ट में अपील याचिका दाखिल करते हुए जमानत दिए जाने की मांग की।
सुनवाई के दौरान उनकी ओर से अदालत को बताया गया कि वर्ष 2015 में इन पर एक लड़की को भगाकर अपने पास रखने का आरोप लगा। इस मामले में निचली अदालत ने वर्ष 2018 में दस साल की सजा सुनाई। प्रार्थी वर्ष 2015 से ही इस मामले में जेल में बंद है।
ऐसे में उसने निचली अदालत से मिली सजा की आधी अवधि जेल में बिता ली है। इसलिए उसे जमानत की सुविधा मिलनी चाहिए। इसके बाद अदालत ने विकास विश्वकर्मा को जमानत की सुविधा प्रदान कर दी।