समन की अवहेलनाः पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के खिलाफ ईडी द्वारा समन के आदेश का अनुपालन नहीं करने को लेकर अदालत में दाखिल शिकायतवाद पर कोर्ट की ओर से जारी समन पर शनिवार को उपस्थिति दर्ज नहीं कराई गई। शनिवार को मामले में हेमंत सोरेन की ओर से उपस्थिति की तारीख निर्धारित थी। मामले में उपस्थिति सुनिश्चित कराने के लिए अब ईडी की ओर से प्रोडक्शन वारंट जारी करने का आवेदन दिया गया। कारण हेमंत सोरेन पूर्व से जमीन घोटाले में जेल में हैं। प्रोडक्शन वारंट जारी होने के बाद हेमंत सोरेन को जेल से ही वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रस्तुत किया जा सकेगा।
मामले की सुनवाई अब एमपी/एमएलए कोर्ट में हो रही है। बीते पिछले महीने एमपी/एमएलए कोर्ट में केस का स्थानांतरण सीजेएम द्वारा कर दिया गया था। अदालत ने अगली सुनवाई की तारीख 28 जून निर्धारित की है। मामले में कोर्ट के संज्ञान लेने के बाद पहली बार तीन मार्च को उपस्थिति के लिए समन जारी किया गया था। इसके बाद हेमंत सोरेन कोर्ट द्वारा छह निर्धारित तारीखों में उपस्थिति दर्ज नहीं कराई गई है।
मामले में स्वयं या अपने वकील के माध्यम से उपस्थिति कोर्ट में दर्ज करानी है। यहां बता दें कि प्रवर्तन निदेशालय ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के खिलाफ वहां के सीजेएम कोर्ट में समन के बावजूद नहीं पहुंचने को लेकर शिकायतवाद दर्ज कराई है। उसी का हवाला देते हुए झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के खिलाफ भी रांची की निचली अदालत में शिकायतवाद दर्ज कराई है। ईडी के आठ समन पर हेमंत सोरेन ईडी के समक्ष उपस्थित नहीं हुए थे। हेमंत सोरेन वर्तमान में जमीन घोटाला मामले में एक फरवरी से जेल में हैं।