राष्ट्रीय लोक अदालतः मामलों के निष्पादन में मध्यस्थों एवं वकीलों की भूमिका अहम- न्यायायुक्त दिवाकर पांडे
लोक अदालत में 83 हजार 336 वादों का निष्पादन
रांचीः सिविल कोर्ट रांची में शनिवार को आयोजित राष्ट्रीय लोक अदालत में 83 हजार 336 वादों का निष्पादन किया गया। साथ ही मौके पर 138.12 करोड़ रुपए से अधिक की राशि सेटलमेंट हुआ। वहीं सड़क दुर्घटना में परिवार को खो चुकी महिला को न्यायायुक्त दिवाकर पांडे ने 1.35 करोड़ रुपए का चेक सौंपा। इतना ही नहीं झारखंड पीड़ित मुआवजा योजना के तहत रिमन काशी, मुन्नी देवी को पांच लाख रुपए का चेक मुआवजा के तौर पर दिया गया। रिमन काशी के बेटे एवं मन्नी देवी की बेटी की हत्या हुई थी।
इससे पूर्व के 40 कोर्ट बिल्डिंग स्थित डालसा सभागार में आयोजित राष्ट्रीय लोक अदालत का उद्घाटन करते हुए न्यायायुक्त दिवाकर पांडे ने कहा कि वादों के निस्तारण में मध्यस्थों एवं वकीलों की भूमिका अहम होती है। उन्होंने मध्यस्थों व अधिवक्ताओं को सामंजस्य स्थापित कर अधिक से अधिक वादों के निस्तारण पर जोर दिया। इस अवसर पर रांची जिला बार एसोसिएशन के अध्यक्ष एसपी अग्रवाल, महासचिव संजय कुमार विद्रोही, जज संजीता श्रीवास्तव, राजेश कुमार सिंह, एजेसी अमित शेखर, डालसा सचिव कमलेश बेहरा समेत अन्य लोग उपस्थित थे।
मामलों के निष्पादन के 60 बेंच का किया गया था गठनः
लोक अदालत में मामलों के निष्पादन को लेकर सिविल कोर्ट में 40 बेंच एवं समाहरणालय में 20 बेंच का गठन किया गया था। मामलों के निष्पादन के साथ मोटर वाहन दुर्घटना वाद से जुड़े दो मामलों में पीड़िता सह आश्रित को क्रमशः एक करोड़, 34 लाख 99 हजार 738 रुपए एवं 13 लाख 7 हजार 997 रुपए का चेक वितरण किया गया। वहीं सावित्री बाई फूले किशोरी समृद्धि योजना के तहत दो किशोरियों नैन्सी कुमार को ढाई हजार एवं अन्या कुमारी को 5 हजार रुपए की स्वीकृति पत्र प्रदान की गई।