रांचीः झारखंड हाई कोर्ट के जस्टिस आनंद सेने की अदालत में सांसद निशिकांत दुबे की पत्नी अनामिका गौतम की ओर से दाखिल याचिका पर सुनवाई हुई।
इस मामले में अब चार फरवरी को भी सुनवाई होगी। अनामिका गौतम की ओर से याचिका में देवघर थाने में दर्ज दो प्राथमिकी को निरस्त करने की मांग की गई है।
अनामिका गौतम की ओर पक्ष रखते हुए सुप्रीम कोर्ट के वरीय अधिवक्ता मुकुल रोहतगी ने यह कहते हुए प्राथमिकी निरस्त करने की मांग किया कि यह मामला सिविव विवाद से जुड़ा हुआ है।
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इसमें किसी भी प्रकार से आपराधिक गतिविधि शामिल नहीं है। वहीं, राज्य सरकार की ओर से पक्ष रखते हुए सुप्रीम कोर्ट के वरीय अधिवक्ता दुष्यंत दवे ने कहा कि याचिकाकर्ता अनामिका गौतम ने जमीन के दस्तावेजों में हेरफेर कर लगभग 20 करोड से अधिक मूल्य की जमीन तीन करोड़ में खरीदी है।
इस मामले में प्राथमिकी दर्ज कर अनुसंधान किया जाना आवश्यक है। इसलिए वादी की याचिका खारिज कर दी जानी चाहिए।
इस दौरान राज्य सरकार की ओर से अपनी दलीलें पूरी कर ली गई हैं। गुरुवार को याचिकाकर्ता की ओर से वरीय अधिवक्ता मुकुल रोहतगी राज्य सरकार द्वारा दी गई दलीलों का जवाब देंगे।