सड़क हादसे में घायल हुए हाई कोर्ट के अधिवक्ता अंकित तिवारी का इलाज के दौरान रिम्स में निधन, शोक की लहर

अधिवक्ता अंकित तिवारी का निधन: सड़क दुर्घटना में घायल हुए झारखंड हाई कोर्ट के अधिवक्ता अंकित कुमार तिवारी का इलाज के दौरान निधन हो गया है। आठ नवंबर को सड़क दुर्घटना के बाद उन्हें इलाज के लिए रिम्स में भर्ती कराया गया था।

32 वर्षीय अंकित कुमार तिवारी झारखंड हाई कोर्ट में वकालत कर रहे थे। 8 नवंबर को वे हाई कोर्ट से रातू के कमड़े स्थित अपने आवास वापस लौट रहे थे। इसी दौरान नयासराय के पास एक अज्ञात वाहन ने उन्हें टक्कर मार दी थी।

सड़क हादसे में घायल हुए थे अंकित तिवारी

घायल अवस्था में अंकित तिवारी रिम्स में इलाज के लिए भर्ती किया गया था, जहां इलाज के दौरान उनका निधन हो गया। उनके असमय निधन पर हाई कोर्ट के अधिवक्ता धीरज कुमार ने शोक प्रकट करते हुए ईश्वर से उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की है।

धीरज कुमार ने कहा है कि अंकित तिवारी बहुत ही सुलझे हुए प्रगतिशील अधिवक्ता के साथ-साथ एक अच्छे इंसान भी थे। इनका असमय चले जाना अधिवक्ता समाज के लिए अपूरणीय क्षति है।

होमगार्ड को मिलेगा पुलिस के समान वेतन, हाई कोर्ट ने कहा- आदेश का करें पालन

झारखंड हाई कोर्ट के जस्टिस डा. एसएन पाठक की अदालत में होमगार्ड जवानों को समान काम के बदले समान वेतन देने के आदेश का पालन नहीं किए जाने पर दाखिल अवमानना याचिका पर सुनवाई हुई।

सुनवाई के बाद अदालत ने राज्य सरकार को आदेश का अनुपालन करने का निर्देश दिया है। अदालत ने मौखिक रूप से कहा कि अगर अगली सुनवाई तक कोर्ट के आदेश का पालन नहीं किया जाता है, तो गृह सचिव और होमगार्ड डीजी को कोर्ट में उपस्थित होना होगा।

मामले में अगली सुनवाई नौ फरवरी को होगी। सुनवाई के दौरान अदालत को बताया गया कि राज्य सरकार को इस मामले में सुप्रीम कोर्ट से भी कोई राहत नहीं मिली है। उनकी एसएलपी खारिज हो चुकी है। सरकार की ओर से कहा गया कि अदालत के आदेश का पालन करने की कार्रवाई की जा रही है।

इसमें समय लगेगा। इस पर अदालत ने सरकार को आठ सप्ताह का समय प्रदान करते हुए आदेश के अनुपालन का निर्देश दिया है। इस संबंध में अजय प्रसाद की ओर से हाई कोर्ट में अवमानना याचिका दाखिल की गई है।

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