झारखंड हाईकोर्ट के एक्टिंग चीफ जस्टिस सुजीत नारायण प्रसाद और जस्टिस एके राय की खंडपीठ ने बुधवार को मामले की सुनवाई के दौरान मौखिक कहा कि महिलाओं और नाबालिग के साथ यौन उत्पीड़न रोकने के लिए विशेष पहल करनी होगी। हाईकोर्ट की खंडपीठ में सुनवाई के दौरान गृह सचिव, नगर विकास सचिव, रांची डीसी और एसएसपी, चाइल्ड वेलफेयर एंड वूमेन डिपार्टमेंट के सचिव एवं नगर आयुक्त सशरीर उपस्थित थे। प्रशासन और पुलिस प्रशासन इस तरह की घटनाओं पर कड़ी कार्रवाई करे। स्कूली बच्चों के बसों में कम से कम एक शिक्षिका रहें ताकि बच्चे सुरक्षित रहें। बस की कंडक्टर महिला हो तो और भी अच्छा होगा। राज्य सरकार की ओर से कोर्ट को बताया गया महिलाओं और नाबालिग बच्चों के खिलाफ यौन उत्पीड़न को नियंत्रित करने के लिए सरकार स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर (एसओपी) बनाएगी।
सिर्फ रांची ही नहीं बल्कि पूरे राज्य के जिलों में महिलाएं एवं नाबालिग बच्चे सुरक्षित रहें, इसे लेकर राज्य सरकार कारगर योजना बनाएगी। सरकार की ओर से विभिन्न विभागों से बातचीत कर कोर्ट को एक सुझाव भी दिया गया, जिस पर खंडपीठ ने इसे शपथ पत्र के माध्यम से प्रस्तुत करने का निर्देश दिया है राज्य सरकार की ओर से अपर अधिवक्ता सचिन कुमार ने पैरवी की। वहीं प्रार्थी की ओर से अधिवक्ता भारती कुमारी ने पैरवी की. भारती कुमारी ने झारखंड में महिलाओं एवं नाबालिगों के साथ यौन उत्पीड़न की घटनाओं में वृद्धि को लेकर जनहित याचिका दाखिल की है। मामले की अगली सुनवाई की तारीख 30 सिंतबर निर्धारित की है।
हाईकोर्ट की खंडपीठ ने सरकार के आला अधिकारियों से मौखिक कहा कि जब तक समाज में महिलाओं के खिलाफ अपराध की घटना कम नहीं होगी, तब तक असुरक्षा की भावना महिलाओं एवं बच्चियों को डराती रहेगी। रांची शहर में आए दिन महिलाओं के गले से चेन छीनने की घटनाओं को कोर्ट ने गंभीरता से लेते हुए मौखिक कहा कि रांची एसएसपी इस अपराध पर नियंत्रण रखें, यह जिला प्रशासन की असफलता मानी जाएगी।
चेन छिनतई हो रही लगातार घटनाओं पर लगाएं अंकुश – कोर्ट
कोर्ट ने कहा आए दिन समाचार पत्रों में महिलाओं के घर के सामने से या मार्केट परिसर से चेन छिनतई हो जाती है। कभी-कभी कुछ आरोपी पकड़े भी जाते है लेकिन इनके रैकेट को पकड़ना जरूरी है। डर से महिलाएं नकली जेवर भी पहनने लगी है लेकिन छिनतई करने वाले नकली जेवर देखकर उनकी पिटाई करने लग जाते है। रांची एसएसपी लॉ एंड ऑर्डर को दुरुस्त रखे। रांची एसएसपी को रात में जगह-जगह पर औचक निरीक्षण करना चाहिए, कोई अगर मुसीबत में हो तो हेल्पलाइन का नंबर हर समय उपलब्ध रहना चाहिए ताकि उसे तुरंत सुरक्षा मिल सके। रांची शहर में सभी जगह पर सीसीटीवी कैमरा हो ताकि आपराधिक घटना पर नियंत्रण लगाया जा सके।