धनबाद जेल हत्याकांडः गैंगस्टर अमन सिंह को मारने के लिए मोबाइल पर कोड वर्ड में दो ब्रेटा पिस्टल जेल के बाहर से मंगाए गए थे। जेल सिपाही शिव स्नेही ने जेल गेट पर पिस्टल को रिसीव किया था। जेल जमादार जितेंद्र सिंह ने खाने के पैकेट में भरे पिस्टल और गोलियों को विकास बजरंगी के वार्ड तक पहुंचाया था। सीआईडी की पूरक चार्जशीट में यह खुलासा हुआ है। सीआईडी को दिए बयान में यूपी जौनपुर निवासी राहुल सिंह राजपूत ने इसका जिक्र किया है। सीआईडी ने राहुल सिंह का न्यायालय में धारा 164 के तहत भी बयान कराया है। मामले में अब तक रितेश यादव उर्फ सुंदर महतो, विकास कुमार उर्फ विकाश बजरंगी, सतीश कुमार उर्फ गांधी, चंदन यादव उर्फ ब्रजेश यादव, सहजाद कुरैशी, बंटी उर्फ धनु वर्मा, पिंटू सिंह उर्फ जयनेंद्र कुमार, अभिमन्यु कुमार सिंह के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की गई है।
राहुल ने सीआईडी को बताया कि एक माह पहले कतरास के कोयला कारोबारी मनोज यादव की हत्या में धनबाद जेल में बंद विकास बजरंगी और अमन सिंह के बीच विवाद हुआ था। अमन सिंह ने विकास के घरवालों को जान से मारने की धमकी दी थी। वहीं विकास ने भी अमन को मारने की चेतावनी दे डाली थी। हत्या से कुछ ही दिन पहले अमन सिंह का करीबी राहुल सिंह अपने गिरोह के वैभव यादव से मिलने विकास बजरंगी के वार्ड में गया था। उस दिन उसने विकास को किसी से फोन पर बातचीत करते सुना था। विकास किसी से कोड वर्ड में कह रहा था कि दो सेट और 40 चना भेज देना। खाने के पैकेट में डाल कर गेट पर सिपाही स्नेही को देने का निर्देश दिया था। एक घंटे बाद जमादार जितेंद्र सिंह वहां पर थैला में खाने का पैकेट लेकर पहुंचा था। जांच में यह भी खुलासा हुआ था कि स्टोर रूम में सब्जी के झोले में छिपा कर पिस्टल रखे गए थे।