Ranchi: Rape case रांची की अदालत ने युवती का अपहरण कर दुष्कर्म करने के अभियुक्त पुलिस जवान राउत किस्कू को 20 साल सश्रम कारावास की सजा सुनाई है। साथ ही उस पर 15 हजार रुपये का जुर्माना लगाया गया है। जुर्माने की राशि नहीं देने उसे अतिरिक्त एक साल जेल में रहना होगा। अभियुक्त राउत सिंकू गुमला का रहने वाला है।
रांची अपर न्यायायुक्त अनिल कुमार पांडेय की अदालत ने पुलिस जवान को पहले ही दोषी करार दिया था। इस मामले को लेकर पीड़िता ने कांके थाना में 2019 में प्राथमिकी दर्ज कराई थी। पीड़िता और अभियुक्त पहले से परिचित थे और दोनों में अच्छी दोस्ती थी। जब पीड़िता को पता चला कि पुलिस जवान राउत किस्कू ने शादी कर लिया तो और उससे दूरी बना ली।
युवती रांची में रहकर बीएयू के विकास भवन में काम करने लगी। लेकिन पुलिस जवान उसका पीछा करता रहा। एक दिन जब पीड़िता अपनी सहेली के साथ ड्यूटी से लौट रही थी, तभी अभियुक्त ने उसका अपहरण कर लिया और उसके साथ दुष्कर्म किया।
इसे भी पढ़ेंः Encroachment on Hinoo River: हाईकोर्ट ने कहा- सरकार को गरीबों से नहीं, अमीरों से ज्यादा हमदर्दी
रांची न्यायायुक्त एक राय ने ग्रहण किया पदभार
सिविल कोर्ट रांची के नए प्रधान न्यायायुक्त अरुण कुमार राय ने पदभार ग्रहण कर लिया है। हाल ही में उनका स्थानांतरण हजारीबाग से रांची के लिए किया गया था। एके राय झालसा के सदस्य सचिव भी रह चुके हैं। बता दें कि रांची सिविल कोर्ट के प्रधान न्यायायुक्त नवनीत कुमार को झारखंड हाईकोर्ट का न्यायाधीश नियुक्त किया गया है। जिसके बाद से न्यायायुक्त का पद प्रभार पर था। पदभार ग्रहण करने के बाद न्यायिक पदाधिकारियों ने उनसे मुलाकात कर शुभकामनाएं दी।
इस दौरान जिला बार एसोसिएशन के समस्त नवनिर्वाचित सदस्यों ने सिविल कोर्ट के प्रधान न्यायायुक्त एके राय से औपचारिक मुलाकात कर शुभकामनाएं दी। मौके पर महासचिव संजय कुमार विद्रोही ने न्यायायुक्त के सामने चार मुद्दे रखे। जिसमें 40 कोर्ट बिल्डिंग के लिफ्ट के पास सभी कोर्ट का नाम डिस्प्ले करने, सभी फ्लोर में वाश रूम की व्यवस्था करने एवं सभी खराब लिफ्ट को ठीक कराना शामिल है।
साथ ही उन्होंने प्रत्येक फ्लोर के कॉरिडोर में बैठने की व्यवस्था करने को रखा। इन सभी मुद्दों पर न्यायायुक्त ने जल्द से जल्द करने का आश्वासन दिया। मुलाकात करनेवालों में अध्यक्ष एसपी अग्रवाल, उपाध्यक्ष बीके राय, महासचिव संजय कुमार विद्रोही, संयुक्त सचिव प्रशासन पवन रंजन खत्री, पुस्तकालय सचिव प्रदीप चौरसिया, कोषाध्यक्ष मुकेश कुमार केसरी, कार्यकारिणी समिति के सदस्यों में सुरोजीत कुमार राय, रामकृष्णा भगत, असीम कच्छप, बबलू सिंह, संजय तिवारी एवं अधिवक्ता रूपेश कुमार शामिल थे।