टेंडर कमीशन घोटाला: टेंडर में कमीशनखोरी की बहुत बड़ी राशि का मनी लाउंड्रिंग करने के आरोप में गिरफ्तार ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम को सोमवार को ईडी की विशेष अदालत में पेश किया गया। ईडी ने उनसे पूछताछ जारी रखने के लिए तीन दिन और रिमांड की मांग की है।
ईडी की ओर से दिए गए आवेदन में कहा गया है कि मंत्री आलमगीर आलम से अभी पूछताछ करनी बाकी है। इसलिए उन्हें तीन दिन की पूछताछ करने के लिए रिमांड की अनुमति प्रदान की जाए। दोनों पक्षों को सुनने के बाद अदालत ने ईडी को तीन दिन रिमांड की अनुमति प्रदान कर दी है।
10 दिन हो चुकी है पूछताछ
ईडी की मंत्री आलमगीर आलम से पूछताछ 10वें दिन भी जारी रही। पूछताछ की अंतिम दिन 27 मई है। कोर्ट ने पिछली बार पांच दिन की पुलिस रिमांड पर लेकर पूछताछ करने की अनुमति ईडी को दे रखी है। इसका समापन 27 मई को हो रहा है। इसको देखते हुए ईडी 27 मई सोमवार को 11.30 बजे आमलगीर आलम को कोर्ट में पेश किया गया। पूछताछ में आमलगीर आलम पूरी तरह से सहयोग नहीं कर रहे हैं। ईडी के सवालों का जवाब सही से नहीं दे रहे हैं। ईडी ने सोमवार को पेशी के साथ तीन बचे पुलिस रिमांड पर लेकर और पूछताछ की अनुमति मांगी थी।
कोर्ट की अनुमति के बाद ईडी आलमगीर आलम से और तीन दिन पूछताछ करेगी। कारण ग्रामीण विकास विभाग के पूर्व सचिव मनीष रंजन को ईडी ने 28 मई को समन जारी कर तलब किया है। अगर वह पहुंचते हैं तो ईडी दोनों को आमने-सामने बैठाकर चार घंटे पूछताछ करेगी। ईडी ने आलमगीर आलम को पहली बार छह दिन और दूसरी बार पांच दिन की पुलिस रिमांड पर लेकर पूछताछ कर रही है। गिरफ्तार आरोपी से अधिकतम अपने पास रखकर 14 दिनों तक ही पूछताछ एजेंसी कर सकती है।
कोड वर्ड में पैसे की लेनदेन
पुलिस रिमांड के आवेदन पर सुनवाई के दौरान कहा गया कि जब्त डायरी में कोड वर्ड मिला है। उसके आधार पर उस नाम के व्यक्ति को समन जारी किया गया है। ताकि आमने-सामने बैठाकर पूछताछ किया जा सके। टेंडर कमीशन का यह मामला 3000 करोड़ रुपए से अधिक को हो सकता है। टेंडर कमीशन का रिकॉर्ड भी आवेदन में दिया है। बता दें कि ईडी ने 37.37 करोड़ रुपए नकद बरामदगी मामले में 15 मई को आमलगीर आलम को गिरफ्तार किया है। 16 मई को कोर्ट में पेश किया गया। जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया था। अगले दिन 17 मई को ईडी पूछताछ के लिए जेल से अपने साथ ले गई।