Scam in Jharkhand: झारखंड राज्य बनने के 23 साल बाद दूसरा मौका है जब कोई मंत्री पद पर रहते हुए भ्रष्टाचार के आरोप में जेल जाना पड़ा। राज्य में पहली बार भ्रष्टाचार के आरोप में मंत्री रहते 17 अगस्त 2009 को एनोस एक्का को जेल जाना पड़ा था। इसके बाद मधु कोड़ा समेत उनके मंत्रिमंडल में मंत्री रहे कई मंत्रियों को जेल भेज गया।
15 साल बाद दूसरी बार राज्य में भ्रष्टाचार के आरोप में मंत्री जेल जा रहे हैं। इस साल राज्य के तत्कालीन मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के जेल जाने के 104 दिनों बाद उनके मंत्रिमंडल में भी रहे मंत्री आलमगीर आलम को जेल भेजा गया। ईडी ने गुरुवार को जो कोर्ट में कहा उस पर यकीन करें तो आनेवाला समय में कई और पर तलवार लटक रही है। इसमें वरीय पदाधिकारी भी शामिल हैं। राज्य बनने के बाद से अब तक 11 मंत्री भ्रष्टाचार के आरोप में जेल जा चुके हैं।
भ्रष्टाचार के आरोप में मंत्री रहते या छोड़ते गए जेल
पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा के मंत्रिमंडल में मंत्री रहे एनोस एक्का, हरिनारायण राय, भानु प्रताप शाही, कमलेश सिंह व बंधु तिर्की को भ्रष्टाचार के आरोप में जेल जाना पड़ा। मधु कोड़ा भी शामिल हैं। इसमें से अब तक भ्रष्टाचार एवं मनी लाउंड्रिंग के आरोप में एनोस एक्का एवं हरिनारायण राय को सजा हो चुकी है। वहीं बंधु तिर्की और दुलाल भुईयां को भ्रष्टाचार मामले में सजा सुनाई गई है। इसमें आगे मंत्री रहे नलिन सोरेन एवं सत्यानंद भोक्ता कृषि घोटाले में आरोपी है। मामला अभी लंबित है।