Ranchi: टेंडर कमीशनखोरी से प्राप्त 32.30 करोड़ रुपए नकद बरामदगी मामले में जेल में बंद पूर्व मंत्री आलमगीर आलम, निलंबित चीफ इंजीनियर वीरेंद्र राम समेत 12 आरोपियों के खिलाफ मनी लाउंड्रिंग मामले में आरोप गठित कर दिया गया है। इससे आरोपियों की मुश्किलें बढ़ गई है। पीएमएलए के विशेष न्यायाधीश पीके शर्मा की अदालत ने आरोपियों पर आरोप गठित किया। इससे पूर्व शनिवार को मामले के आरोपियों को उसके ऊपर लगे आरोपों के बारे में कोर्ट ने पूछा। जिस पर आरोपियों ने कहा कि मामले में निर्दोष हैं। इसके बाद अदालत ने आरोप गठित कर दिया। मामले में अब ईडी की ओर से साक्ष्य प्रस्तुत किया जाएगा।
आरोप गठन के दौरान ईडी की ओर से विशेष लोक अभियोजक शिव कुमार काका कोर्ट में मौजूद थे। मामले में आलमगीर आलम, वीरेंद्र राम, उसकी पत्नी राज कुमारी, भाई आलोक रंजन, पूर्व मंत्री के आप्त सचिव संजीव लाल, उसका नौकर जहांगीर आलम, मुकेश मित्तल, ताराचांद, नीरज मित्तल, राम प्रकाश भाटिया समेत 12 पर आरोप गठित किया गया। बता दें कि ईडी उक्त मामले में सबसे पहले वीरेंद्र राम को गिरफ्तार किया था। इसके बाद बीते 6 मई को छापेमारी के दौरान आमलगीर आलम के आप्त सचिव संजीव लाल व उनका नौकर जहांगीर आलम के ठिकाने से 32.30 करोड़ रुपए मिले थे। इसके बाद उनको ईडी ने गिरफ्तार किया है।