Ranchi: झारखंड राज्य विधिज्ञ परिषद् एवं झारखंड उच्च न्यायालय के नियमित अधिवक्ता सदस्यों के अलावा किसी भी बाहरी अधिवक्ता का नाम उच्च न्यायालय कोलेजियम के द्वारा न्यायाधीश नियुक्ति अनुशंसा किए जाने के विरोध स्वरूप गुरुवार को मिली जानकारी के अनुसार झारखंड हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस के साथ दो जज जस्टिस एसएन प्रसाद और जस्टिस आर मुखोपाध्याय की अदालत में कोई भी अधिवक्ता सुनवाई के दौरान उपस्थित नहीं हुए। अन्य सभी कोर्ट में काम काज सामान्य रूप से चला। झारखंड हाईकोर्ट एडवोकेट एसोसिएशन की बुधवार को जेनरल बॉडी की बैठक में यह। निर्णय लिया गया था। इसको लेकर बुधवार को हस्ताक्षर अभियान भी चलाया गया था।
इसके साथ ही हाईकोर्ट की कोलेजियम से झारखंड हाईकोर्ट के वकीलों के नाम जजों के लिए नहीं भेजने के निर्णय का विरोध भी किया। एसोसिएश ने प्रस्ताव पास कर कहा कि लिए गए निर्णय का विरोध करने वाले वकीलों की एडवोकेट एसोसिएशन से सदस्यता रद्द कर दी जाएगी। बैठक में तय किया गया कि इन सब मामलों पर बात करने के लिए एसोसिएशन एक प्रतिनिधिमंडल का गठन करेगा, जो दिल्ली जाकर बार कौंसिल ऑफ इंडिया के अध्यक्ष, केंद्रीय कानून मंत्री, सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस और कोलेजियम के सदस्यों से मुलाकात करने की व्यवस्था करेगा। एसोसिएशन की अगली बैठक दस मार्च को होगी। जिसमें प्रतिनिधिमंडल गठन करने के मामले में हुई प्रगति और भविष्य की कार्ययोजना वर्तमान में उठाए गए कदम की समीक्षा की जाएगी।