रांचीः रांची के अशोक नगर रोड नंबर एक स्थित एक निजी चैनल के कार्यालय में छह मार्च 2019 की शाम अग्रवाल बंधुओं की हत्याकांड के मुख्य आरोपी लोकेश चौधरी ने पुलिस को चकमा देकर अदालत में सरेंडकर दिया है। इसके बाद अदालत ने उन्हें न्यायिक हिरासत में लेकर जेल भेजने का निर्देश दिया है।
वह करीब डेढ़ साल से वह फरार था। इस पर हेमंत अग्रवाल और महेंद्र अग्रवाल की हत्या का आरोप है। हालांकि इस मामले में एक अन्य आरोपी एमके सिंह अब पुलिस गिरफ्त से दूर है। हालांकि घटना के बाद आरोपियों को गिरफ्तार करने के लिए तीन विशेष टीमों का गठन किया था।
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लेकिन दोनों का कोई अता पता नहीं चल पाया था। इस बीच लोकेश चौधरी के घर की कुर्की जब्ती की कार्रवाई भी की गई है। अग्रवाल बंधुओं की हत्याकांड के बाद एसआइटी का गठन किया गया था। एसआईटी ने बिहार, बंगाल और यूपी की कई जगहों पर छापेमारी की थी। लेकिन कोई सफलता नहीं मिली थी।
हत्या के पुलिस ने लोकेश चौधरी के ड्राइवर शंकर और बाडीगार्ड सुनील सिंह को पुलिस ने गिरफ्तार किया था। जबकि एक अन्य बाडीगार्ड धर्मेंद्र तिवारी ने कोर्ट में सरेंडर किया था। बाडीगार्ड ने खुलासा किया था कि पैसे को लेकर दोनों भाइयों की हत्या लोकेश चौधरी व एमके सिंह ने की थी।