Ranchi: Heavies Corpus रांची के सुखदेव नगर के इंद्रपुरी में रहने वाले झारखंड हाईकोर्ट के अधिवक्ता रजनीश वर्धन को पटना पुलिस बिना कारण बताए ही रविवार की देर रात उठा कर ले गई। इस दौरान पुलिस ने न तो उन्हें ले जाने की कोई सूचना दी और न ही परिजनों के पूछने पर कुछ बताया।
इस दौरान अधिवक्ता की पत्नी द्वारा पूछने पर भी पुलिस ने कुछ नहीं बताया। इसके बाद अधिवक्ता की पत्नी श्वेता प्रियदर्शनी ने आठ नवंबर को हाईकोर्ट में हेवियस कॉर्पस (बंदी प्रत्यक्षीकरण) याचिका दाखिल कर पति को कोर्ट के समक्ष प्रस्तुत करने की गुहार लगाई है।
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इस याचिका पर आज (मंगलवार) को हाईकोर्ट में सुनवाई होने की संभावना है। पत्नी की ओर से दाखिल याचिका में कहा है कि पटना पुलिस रविवार की रात एक बजे सुखदेवनगर थाना की पुलिस के साथ सुखदेव नगर के इंद्रपुरी रोड 13 स्थित उनके आवास पर पहुंची।
इसके बाद उनके पति को साथ चलने को कहा। पति और परिजनों द्वारा पति को ले जाने का कारण पूछने पर पुलिस ने कुछ भी बताने से इन्कार कर दिया। वकील ने जब कारण जानना चाहा तो पुलिस ने पिटाई करने की धमकी दी। पटना पुलिस की इस कार्रवाई से वकीलों में गुस्सा है। वकीलों का कहना है कि बिना किसी ट्रांजिट रिमांड के पुलिस का इस तरह किसी को ले जाना गैर कानूनी है।