IAS Manish Ranjan : टेंडर कमीशन घोटाले की जांच में नए खुलासे हो रहे हैं। ईडी ने अब इस मामले में ग्रामीण विकास विभाग के पूर्व सचिव आइएएस मनीष रंजन को समन जारी कर पूछताछ के लिए बुलाया है। ईडी ने उन्हें 24 मई को ईडी के रांची एयरपोर्ट रोड स्थित कार्यालय में बुलाया है।
आईएएस मनीष रंजन वर्तमान में भू-राजस्व, सड़क व भवन निर्माण विभाग में सचिव हैं। ग्रामीण विकास विभाग में टेंडर कमीशन की जांच के दौरान मनीष रंजन का नाम सामने आया है। जिसके बाद ईडी ने उन्हें समन जारी कर बुलाया है।
डायरी में मिला एम लिखा, Manish Ranjan या कोई और
ईडी ने मंगलवार को ईडी की अदालत में संजीव लाल व उनके नौकर जहांगीर आलम को प्रस्तुत किया था। ईडी ने कोर्ट में पेशी के दौरान ग्रामीण विकास विभाग में कमीशन के लेन-देन से संबंधित दस्तावेज सौंपा था। इसमें कोड में भी कुछ नाम लिखे गए थे। इनमें एक नाम एम लिखा हुआ है। जिसके बारे में दावा किया गया है कि एम का मतलब मनीष, फिलहाल ईडी इसकी छानबीन कर रही है। क्योंकि एम नाम के व्यक्ति को टेंडर कमीशन में 4.22 करोड़ रुपये का कमीशन दिया गया है।
आलमगीर आलम के पीएस के यहां से मिले थे 37 करोड़
ईडी ने कुछ दिनों पहले ग्रामीण विकास विभाग के मंत्री आलमगीर आलम के निजी सचिव संजीव लाल व संजीव लाल के नौकर जहांगीर आलम के यहां छापेमारी की थी। इनके ठिकानों से ईडी ने करीब 37.5 करोड़ रुपये नकदी के अलावा भारी मात्रा में लेन-देन से संबंधित दस्तावेज, डिजिटल उपकरण आदि बरामद किया था। इन सभी दस्तावेजों की छानबीन, रुपयों के बारे में आरोपियों से पूछताछ में यह बात सामने आई है कि इस कमीशन घोटाला में मनीष रंजन भी शामिल थे, जिनके निर्देश पर भी टेंडर में कमीशन की वसूली हुई है।