Alamgir Alam on Remond: मनी लांड्रिंग मामले में गिरफ्तार सूबे के मंत्री आलमगीर आलम से ईडी 6 दिनों की पूछताछ करेगी। पीएमएलए कोर्ट ने ईडी के आवेदन पर सुनवाई के बाद पूछताछ की अनुमति प्रदान की है। हालांकि ईडी दस दिनों की पूछताछ के लिए रिमांड मांगी थी।
इससे पहले आलमगीर आलम को ईडी कोर्ट में पेश किया गया। इस दौरान ईडी की ओर से रिमांड पर पूछताछ के लिए दिए जाने के लिए आवेदन दिया गया। उनकी ओर से कहा गया कि इस मामले में अभी मंत्री आलमगीर आलम से पूछताछ बाकी है। इसलिए उन्हें रिमांड दी जाए। आलमगीर आलम को गुरुवार को जेल भेज दिया गया। शुक्रवार को ईडी जेल से ले जाकर पूछताछ करेगी।
आलमगीर आलम को ईडी ने किया गिरफ्तार
मनी लाउंड्रिंग मामले में सूबे के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के बाद झारखंड सरकार में ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम को ईडी ने पूछताछ के दौरान देर शाम बुधवार को गिरफ्तार कर लिया है। वह पूछताछ में ईडी को सहयोग नहीं कर रहे थे।
ईडी ने आलमगीर को उनके आप्त सचिव संजीव कुमार लाल एवं संजीव के नौकर जहांगीर आलम के घर से मिले 32 करोड़ रुपए मामले में गिरफ्तारी की है। कहा जाए तो यह गिरफ्तारी टेंडर कमीशन के मामले में हुई है। गिरफ्तार मंत्री को गुरुवार को दिन के 11 बजे के बाद PMLA Court में पेश किया गया। जहां से उन्हें न्यायिक हिरासत में लेते हुए जेल भेज दिया गया।
ईडी ने दस दिनों की रिमांड की मांगी थी क्योंकि करोड़ रुपए का राज अभी तक पूरी तरह नहीं खुला है। इस मामले में पहली गिरफ्तारी ग्रामीण विकास विभाग के निलंबित चीफ इंजीनियर बीरेंद्र राम के रूप में हुई थी। इसके बाद वीरेंद्र के चचेरे भाई को गिरफ्तार किया गया। साथ ही अवैध कमाई को व्हाइट करने में सहयोग करनेवाले चार आरोपियों को भी गिरफ्तारी हो चुकी है।
वीरेंद्र राम की पत्नी और पिता फरार
जबकि वीरेंद्र राम की पत्नी और पिता फरार चल रहा है। दोनों के खिलाफ इश्तेहार निर्गत है। बता दें कि ईडी ने पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के बरहेट विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा से जुड़े अवैध खनन मामले में भी मंत्री आमलगीर आलम को आरोपी बनाते हुए कोर्ट में केस कर रखा है। लेकिन चार्जशीट में उनका नाम नहीं आया है। ईडी की अवैध खनन मामले में अभी भी जांच जारी है। हो सकता है आमलगीर आलम को उनमें भी रिमांड किया जा सकता है।