रांचीः कोलकाता में महिला डॉक्टर के साथ दरिंदगी के विरोध में रांची जिला बार एसोसिएशन के अधिवक्ता 20 अगस्त को बार एसोसिएशन के महासचिव संजय कुमार विद्रोही समेत अन्य पदधारियों के नेतृत्व में मौन जुलूस निकाला गया। मौन जुलूस में शामिल सभी अधिवक्ता काला बिल्ला लगाकर विरोध प्रदर्शन किया। जुलूस नए बार भवन परिसर से पैदल चलते हुए अल्बर्ट एक्का चौक पर गया। महासचिव संजय कुमार विद्रोही ने कहा कि सरकार तत्काल एडवोकेट प्रोटेक्शन एक्ट लागू करें। जब फूल लग गया है तो इसका फल भी जल्द ही आएगा। मौन विरोध प्रदर्शन में काफी संख्या में अधिवक्ता एवं महिला अधिवक्ता शामिल हुए।
संजय कुमार विद्रोही ने कहा कि हम अधिवक्ताओं का कर्तव्य बनता है कि हम पश्चिम बंगाल की घटना तथा बंग्लादेश में फैल रही अराजकता का जोरदार विरोध करें। विरोध जुलूस निकालने का मुख्य उद्देश्य पीड़िता को न्याय मिल सके और प. बंगाल में शांति व्यवस्था कायम हो सके साथ ही बांग्लादेश सहित उसके सीमावर्ती भारतीय राज्य पश्चिम बंगाल में मानवाधिकार की रक्षा की जा सके। हमारे अधिकार का जब हनन होता है तो सामने कोई नहीं आता है। बांग्लादेश में मानवाधिकार का हनन हो रहा है। उस पर सरकार तत्काल हस्तक्षेप करें।
कोलकाता में एक 31 वर्षीय महिला प्रशिक्षु चिकित्सक की अज्ञात लोगों द्वारा दुष्कर्म के बाद निर्मम हत्या कर दी गई। घटना के बाद प. बंगाल की राज्य सरकार तथा वहां का प्रशासन पूरी तरह से उदासीन और लापरवाह है। दोषियों को अभी तक पकड़ा नहीं जा सका है। इस घटना की निंदा पूरा अधिवक्ता परिवार ने किया है। मांग है कि अधिवक्ता प्रोटेक्शन एक्ट के साथ साथ मेडिकल डॉक्टर्स प्रोटेक्शन एक्ट जल्द लागू हो। नारी उत्पीड़न में पीड़िता को न्याय दिलाने में और मानवाधिकार की रक्षा में अधिवक्ताओं की भूमिका को नकारा नहीं जा सकता है। घटना को जोरदार विरोध करते हैं।