Tender Commission से प्राप्त बड़ी रकम का मनी लाउंड्रिंग करने के आरोप में जेल में ग्रामीण विकास विभाग के निलंबित चीफ इंजीनियर वीरेंद्र कुमार राम के करीबी फरार चार्जशीटेड सीए ह्रदय नंद तिवारी की गिरफ्तारी को लेकर ईडी ने दबिश तेज कर दी है। ईडी ने कोर्ट से उसके खिलाफ इश्तेहार प्राप्त कर लिया है। आरोपी गढ़वा के कचहरी रोड निवासी है। ईडी जल्द ही तिवारी के ठिकाने पर इश्तेहार चिपकाएगी।
ह्रदय नंद तिवारी ने वीरेंद्र राम द्वारा अर्जित प्रोसिड्स ऑफ क्राइम को वैध बनाने के लिए 2014 से 2019 के दौरान 9.41 करोड़ रुपए का मनी लाउंड्रिंग मुकेश मित्तल से करवाया। उसने 20,000 अमेरिकी डॉलर (लगभग 12.77 लाख रुपये) के कन्वर्टिबल प्रॉमिसरी नोट के माध्यम से अपराध की आय को विदेश में निवेश करने में भी वीरेंद्र कुमार राम की मदद की है। यह भी आरोप है कि उसने 4.59 करोड़ रुपये की रकम को विदेश भेजने के बदले मुकेश मित्तल से 2 लाख रुपये कमीशन लिया
ईडी ने पूर्व में उसके खिलाफ गिरफ्तारी वारंट प्राप्त किया था। लेकिन एक समय अवधि के बाद जब उसकी गिरफ्तारी नहीं हो सकी तो उस वारंट को कोर्ट में वापस करते हुए इश्तेहार निर्गत करने का आवेदन दिया गया। जिस पर कोर्ट ने इश्तेहार निर्गत किया है। मामले में दाखिल पूरक अभियोजन शिकायत(चार्जशीट) पर अदालत ने 22 अगस्त 2023 को संज्ञान लिया था। जिसमें ह्रदय नंद तिवारी का भी नाम था। इसी के बाद से उसकी मुश्किलें बढ़ी हुई है। बता दें कि इस मामले में सूबे के पूर्व मंत्री आमलगीर आलम, उनका आप्त सचिव संजीव कुमार लाल, वीरेंद्र राम समेत 13 आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल है। इसमें से नौ आरोपी जेल में है। तीन को ऊपरी अदालत से राहत मिली हुई है। सिर्फ एक आरोपी ह्रदय नंद तिवारी फरार चल रहा है।