Ranchi: Judge Uttam murder case धनबाद के जज उत्तम आनंद हत्याकांड मामले में झारखंड हाईकोर्ट में सुनवाई के दौरान सीबीआई के संयुक्त निदेशक ने बताया कि यह साफ हो गया है कि ऑटो चालक ने जानबूझ कर जज उत्तम आनंद को टक्कर मारी थी। लेकिन इसके पीछे षड़यंत्र की जांच जारी है। सीबीआई के बीस अधिकारी दिन-रात इसकी जांच में जुटे हैं, ताकि इस घटना के पीछे वालों का खुलासा किया जा सके।
हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस डॉ रवि रंजन व जस्टिस एसएन प्रसाद की अदालत इस मामले की सुनवाई कर रही है। सुनवाई के दौरान कोर्ट के आदेश पर सीबीआई के संयुक्त सचिव शरद अग्रवाल अदालत में उपस्थित हुए थे। उन्होंने स्पष्ट किया कि अब तक की जांच से पता चला है कि ऑटो चालक ने जज को जानबूझ कर टक्कर मारी है। यह कोई हादसा नहीं है। लेकिन षड़यंत्र को लेकर कोई लीड नहीं मिली है।
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इस पर अदालत ने कहा कि अभी तक की जांच में उनकी ओर से कोई नई जानकारी नहीं दी गई है। अदालत ने टिप्पणी करते हुए कहा कि ऐसा पहली बार हुआ है कि किसी न्यायिक पदाधिकारी की हत्या की गई है। अब तक ऐसा नहीं हुआ था। इस घटना से न्यायिक पदाधिकारियों का मोराल डाउन है। अगर इस मामले का जल्द से जल्द खुलासा नहीं किया गया तो यह न्यायिक व्यवस्था के लिए सही नहीं होगा।
न्यायिक पदाधिकारी अपने और अपने परिवार के लिए चिंतित हैं और अगर इस घटना में शामिल लोगों को सजा नहीं दिलाई जाती है, तो बड़े अपराधियों के खिलाफ सख्त आदेश पारित नहीं होगा। अदालत ने सीबीआई को दूसरे एंगल की भी जांच करने का सुझाव दिया। इस पर सीबीआई के संयुक्त सचिव ने अदालत को बताया कि सीसीटीवी फुटेज में दिखने वाले कई लोगों से पूछताछ की गई है। लेकिन कोई खास जानकारी नहीं मिली है।
संयुक्त निदेशक ने अदालत को बताया कि गिरफ्तार लखन शर्मा प्रोफेशन मोबाइल चोर है और उसने तीन मोबाइल भी उसी दिन चुराए थे। वह काफी चालाक है और अपना बयान बार-बार बदल रहा है। ताकि जांच एजेंसियां गुमराह हो जाए। लेकिन सीबीआई के अधिकारी उससे कड़ाई से पूछताछ कर रहे हैं।