Former minister Ramesh Singh Munda murder case: पूर्व मंत्री सह तमाड़ के तत्कालीन विधायक रमेश सिंह मुंडा हत्याकांड में ट्रायल फेस कर रहे पूर्व मंत्री गोपाल सिंह पातर उर्फ राजा पीटर के वकील एनआईए के दो गवाहों का प्रति-परीक्षण कर सकेंगे। एनआईए के विशेष न्यायाधीश एमके वर्मा की अदालत ने शुक्रवार को उनकी ओर से दायर याचिका को स्वीकार कर लिया है। अदालत ने उनकी ओर से दायर याचिका पर सुनवाई पूरी होने पर 17 मई को आदेश सुरक्षित रख लिया था।
राजा पीटर की ओर से अभियोजन पक्ष के दो गवाहों के प्रति-परीक्षण कराने की मांग करते हुए बीते पांच फरवरी को याचिका दाखिल की गई थी। मामले में एनआईए की ओर से अब तक 90 गवाहों को प्रस्तुत कर चुका है। इसमें दो गवाहों के जिरह बचाव पक्ष करेगा। जिसमें आईओ का नाम भी शामिल है। मामले में पूर्व मंत्री गोपाल सिंह पातर, नक्सली कुंदन पाहन समेत एक दर्जन से अधिक आरोपी ट्रायल फेस कर रहा है।
बता दें कि रमेश सिंह मुंडा की हत्या नौ जुलाई 2008 को बुंडू के स्कूल में एक कार्यक्रम के दौरान नक्सलियों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। एनआईए ने 28 जून 2017 को इस केस को टेक ओवर किया है। नक्सली कुंदन पाहन के बयान पर ही राजा पीटर पर शिंकजा कसा गया और उसे गिरफ्तार किया गया था। राजा पीटर छह साल से अधिक समय तक जेल काटने के बाद जमानत पर बाहर हैं।