Cyber Crime: बैंक अधिकारी बनकर करोड़ों रुपए की ठगी करने वाले पांच साइबर अपराधियों से जुड़े मनी लाउंड्रिंग मामले में इसी महीने फैसला आने की संभावना है। मामले में ईडी की ओर से जारी गवाही पूरी होने के बाद अदालत ने आरोपियों का बयान दर्ज कर लिया है। मामले में अंतिम बहस जारी है। बहस पूरी होते हुए अदालत फैसले की तिथि निर्धारित करेगा।
मामले में आरोपी गणेश मंडल उसका बेटा प्रदीप कुमार मंडल, संतोष मंडल उसका बेटा पिंटू मंडल, अंकुश कुमार मंडल ट्रायल फेस कर रहा है। सभी आरोपी जामताड़ा जिले के नारायणपुर थाना क्षेत्र के मिरगा गांव निवासी है। इन आरोपियों पर फर्जी पते पर सिम कार्ड लेने और बैंक अधिकारी बनकर लोगों को कॉल करके साइबर अपराध करने का आरोप है।
केवाईसी के नाम पर निकालते पैसे
इनलोग केवाईसी अपडेट करने के नाम पर ओटीपी पूछकर उनके खातों से पैसे निकाल लेते थे। मामले में ईडी की ओर से विशेष लोक अभियोजक अतीश कुमार ने 24 गवाहों को प्रस्तुत किया है। साथ ही काफी संख्या में दस्तावेज को चिन्हित कराया गया है।
85 लाख रुपए से अधिक संपत्ति कर चुकी है जब्त
इस साइबर अपराध की कमाई से जुड़ी करीब 85 लाख रुपए की चल-अचल संपत्ति ईडी जब्त कर चुकी है। ईडी ने साइबर अपराधी प्रदीप मंडल के जामताड़ा के नारायणपुर थाना क्षेत्र के मिरगा गांव में कार्रवाई करते हुए लाखों रुपये की संपत्ति जब्त की थी। जब्त संपत्तियों में तीन मकान, चार वाहन और बैंकों में जमा पैसे शामिल थे।
ईडी ने साइबर अपराध के किसी मामले में पहली बार छह अगस्त 2018 को मनी लाउंड्रिंग के तहत मामला दर्ज किया था। जांच पूरी करते हुए ईडी ने 27 मई 2019 को पांचों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की थी। मामले में पांचों आरोपियों के खिलाफ 13 दिसंबर 2019 को आरोप गठित किया गया है।