Ranchi: बहुचर्चित जेपीएससी द्वितीय नियुक्ति घोटाले में फंसे आरोपियों की मुश्किलें बढ़ गई है। सीबीआई ने 22 साल पुराने मेधा घोटाले में दर्ज प्राथमिकी के 12 साल बाद जांच पूरी करते हुए जेपीएससी के तत्कालीन अध्यक्ष दिलीप प्रसाद समेत 70 लोगों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल कर दी है। चार्जशीट में ऐसे नाम भी है जो वर्तमान में प्रोन्नति पाकर डीएससी से एसपी बन कर जिला संभाल रहे हैं। मिली जानकारी के अनुसार चार्जशीट में द्वितीय सिविल सेवा परीक्षा में भारी संख्या में गड़बड़ी के साक्ष्य मिले हैं। तत्कालीन जेपीएससी के सदस्य और कॉऑर्डिनेटर के कहने पर 12 परीक्षार्थियों के नंबर बढ़ा दिए गए थे। कई अभ्यार्थियों की कॉपियों में कांट छांट कर नंबर बढ़ाएं गए और सफल उम्मीदवारों के इंटरव्यू में मिले वास्तविक नंबर को भी बढ़ाया गया। कॉपियों की जांच गुजरात स्थित फोरेंसिक लैंब में कराई गई है। चार्जशीट सीबीआई की विशेष अदालत में पिछले दिनों दाखिल की गई है। दाखिल चार्जशीट में आरोपियों के खिलाफ मुकदमा चलाने की स्वीकृति नहीं दिए जाने के कारण अदालत ने संज्ञान नहीं लिया है। मामले की अगली सुनवाई की तारीख 28 नवंबर निर्धारित की गई है।
हाईकोर्ट के आदेश पर सीबीआई जांच:
नियुक्ति घोटाले की जांच का आदेश झारखंड हाईकोर्ट ने जून 2012 को दिया था। हाईकोर्ट के आदेश पर साल 2000 के बाद ली गई सभी 16 परीक्षाओं की जांच सीबीआई ने जुलाई 2012 में प्रांरभ किया था। हाईकोर्ट ने यह कहते हुए घोटाले की जांच सीबीआई को सौंपा था कि निगरानी ब्यूरो की जांच मामले में काफी धीमी थी।
सीबीआई ने जुलाई 2012 में 32 के खिलाफ दर्ज की थी प्राथमिकी :
सीबीआई ने 7 जुलाई 2012 को द्वितीय जेपीएससी नियुक्ति घोटाले को लेकर प्राथमिकी दर्ज की थी। जिसमें जेपीएससी के तत्कालीन अध्यक्ष दिलीप कुमार प्रसाद, सदस्य गोपाल प्रसाद सिंह, शांति देवी, राधा गोविंद सिंह नागेश, एलिस उषा रानी सिंह, अरविंद कुमार, एसए खन्ना, बटेश्वर पंडित, कोऑर्डिनेटर परमानंद सिंह, अल्बर्ट टोप्पो, एस अहमद, नंदलाल, सोहन राम, प्रशांत कुमार लायक, राधा प्रेम किशोर, बिनोद राम, हरि शंकर बराईक, हरि शंगर सिंह मुंडा, रवि कुमार कुजुर, मुकेश कुमार महतो, कुंदन कुमार सिंह, मौसमी नागेश, कानु राम नाग, लाल मोहन नाथ शाहदेव, प्रकाश कुमार, कुमारी गीतांजलि, संगीता कुमारी, रजनिश कुमार, शिवेंद्र, संतोष कुमार चौधरी, कुमार शैलेंद्र एवं हरि उरांव का नाम शामिल है। सीबीआई की जांच में कुल 70 आरोपियों का नाम शामिल है।