प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के लखनऊ जोन कार्यालय ने जेवीएल एग्रो इंडस्ट्रीज लिमिटेड समेत झुनझुनवाला समूह की अन्य कंपनियों की 814 करोड़ की संपत्तियों को अस्थायी तौर पर जब्त कर लिया। यह कार्रवाई धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) 2002 के प्रावधानों के तहत की गई।
कुर्क की गई संपत्तियां वाराणसी (यूपी), रोहतास (बिहार), पालम (नई दिल्ली) और रायगढ़ (महाराष्ट्र) में स्थित 521 एकड़ भूमि के रूप में हैं। यह भूमि जेवीएल इंफ्रा हाइट्स लिमिटेड, जेवीएल मेगा फूड पार्क प्राइवेट लिमिटेड, जेवीएल सीमेंट लिमिटेड और प्रीमियम प्रेशर वेसल्स प्राइवेट लिमिटेड के नाम पंजीकृत है। इन कंपनियों के प्रमोटर सत्य नारायण झुनझुनवाला और आदर्श झुनझुनवाला हैं।
ईडी ने आईपीसी और भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की विभिन्न धाराओं के तहत किए गए अपराधों के लिए जेवीएल एग्रो इंडस्ट्रीज लिमिटेड और अन्य के खिलाफ सीबीआई लखनऊ द्वारा दर्ज एफआईआर के आधार पर यह जांच शुरू की थी। जांच में पता चला कि जेवीएल की यूपी, बिहार, राजस्थान और प. बंगाल में इकाइयां हैं, जो विभिन्न खाद्य तेलों के निर्माण और व्यापार में शामिल हैं।