छात्र विनय महतो हत्याकांडः पिता ने लड़ी चार साल की कानूनी लड़ाई, अब 12 साल के बेटे के हत्यारों का खुलेगा राज सीबीआई करेगी मामले की जांच

छात्र विनय महतो हत्याकांड- पिता ने लड़ी चार साल की कानूनी लड़ाईः सफायर इंटरनेशनल स्कूल के छात्र विनय महतो की हत्या मामले की जांच अब सीबीआई करेगी। जस्टिस एसके द्विवेदी की अदालत ने इस मामले की जांच सीबीआई से कराने आदेश दिया है। अदालत ने एक सप्ताह में पुलिस को केस से जुड़े सभी दस्तावेज सीबीआइ को सौंपने का आदेश दिया है।

अदालत ने सीबीआई को आठ माह में जांच पूरी कर रिपोर्ट निचली कोर्ट में सौंपने को कहा है। अदालत ने पूर्व में इस मामले में निचली अदालत के ट्रायल को रोक लगा दिया था। उस पर सीबीआइ जांच पूरी होने तक रोक जारी रहेगी। अदालत ने माना कि इस मामले में पुलिस ने सही तरीके जांच नहीं की है।

विनय महतो के खून की फारेंसिंक जांच नहीं कराई गई और बिना उसके रिपोर्ट के ही पुलिस ने आरोपितों को खिलाफ चार्जशीट दाखिल कर दिया। निचली अदालत ने इस मामले में पुलिस की जांच पर पहले ही असंतुष्टि जताई थी। इस मामले के खुलासे के लिए सीबीआई जांच जरूरी है। इसलिए इसकी जांच सीबीआई को सौंपी जा रही है।

इस संबंध में विनय महतो के पिता मनबहाल महतो ने हाई कोर्ट में याचिका दाखिल की थी। सुनवाई के दौरान जितेंद्र शंकर सिंह, रणधीर कुमार और खुशबू कटारूका मोदी की ओर से अदालत को बताया गया कि पुलिस ने सही तरीके से जांच नहीं की थी। पुलिस ने इस मामले में आइजी के निर्देश को भी नहीं माना था।

विनय महतो के पिता रामबहाल महतो ने कहा कि उन्हें शुरू से पुलिस जांच पर भरोसा नहीं था। पुलिस का यह कहना कि उसकी प्रेम प्रसंग में हत्या की गई है, यह बिल्कुल सही नहीं है। पहले इस मामले में जनहित याचिका दाखिल की गई। फिर सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल की तो कोर्ट ने कहा कि हाई कोर्ट में एक नई याचिका दाखिल करें।

इसके बाद वर्ष 2018 में हाई कोर्ट में याचिका दाखिल की गई। उन्होंने कहा कि उन्हें कोर्ट पर भरोसा था और अब उम्मीद है कि उनके बेटे के हत्यारों का नाम सामने आएगा।

बता दें कि सफायर इंटरनेशनल स्कूल के सातवीं के छात्र विनय महतो की चार फरवरी 2016 की रात स्कूल परिसर में ही हत्या कर दी गई थी। विनय के पिता मनबहाल महतो को सुबह 3:30 बजे फोन पर बेटे के बीमार होने की सूचना दी गई। बताया गया कि विनय की तबीयत बिगड़ गई है।

उसे गुरुनानक अस्पताल भेजा गया है। बाद में बताया गया कि उसे रिम्स भेज दिया गया है। जब मनबहाल महतो रिम्स पहुंचे तो विनय स्ट्रेचर पर मृत पड़ा था। उसको अकेले छोड़ स्कूल के टीचर और स्टाफ वहां से भाग चुके थे।

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